उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुलाकात करने वालों से की अपील फूलों का गुलदस्ता देने से अच्छा है एक पौधा भेंट करें
मेरा सभी प्रदेशवासियों से यह आग्रह है कि एक-दूसरे को उपहार स्वरूप पौधा भेंट करें. हमारे पूर्वजों द्वारा प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए अनेक सराहनीय प्रयास किए गए हैं.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के लोकपर्व हरेला पर एक बड़ा फैसला लिया है. सीएम धामी ने उनसे मुलाकात करने आने वाले अतिथियों से अपील की है कि वे मिलते वक्त फूलों का गुलदस्ता उन्हें न सौंपे. गुलदस्ते की जगह एक पौधा भेंट में दे. इससे अलग-अलग तरह के पौधों का रोपण कर लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इस प्रथा को बढ़ावा देने से मिट्टी, पोर्सलिन, तांबा और पीतल के बर्तन बनाने वाले कारीगरों को भी आजीविका का अवरस मिलेगा. सीएम धामी के इस फैसले को बड़े बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है. उत्तराखंड में मानाया जाने वाला हरेला पर्व, एक लोक पर्व है।
हरेला पर्व उत्तराखंड में मानए जाने वाले लोक त्योहारों में एक प्रमुख त्योहार है. यह लोकपर्व हर साल कर्क संक्राति पर मनाया जाता है. यह त्योहार हरियाली का प्रतीक है. ऐसी मान्यता है कि जिस दिन जितना अच्छा और बड़ा हरैला होगा, उस वर्ष उतनी ही अच्छी फसल होगी.