नाबालिग नेपाली बच्ची को तस्करों से छुडाया,एसएसबी और गैरसरकारी संगठन का रहा सहयोग।
नेपाली नाबालिक बच्ची को मानव तस्कर के चंगुल से बचाया।
सिद्धार्थनगर। एसएसबी 43वी वाहिनी की सीमा चौकी ककरहवा एवं गैर सरकारी संगठन मानव सेवा संस्थान द्वारा संचालित लाइफ गार्ड सेंटर ककरहवा द्वारा एक नेपाली नाबालिक बच्ची को मानव तस्करी का शिकार होने से बचाया गया। उक्त नाबालिक बच्ची तथा मानव तस्कर को अग्रिम कार्यवाही हेतु नेपाल पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार की देर शाम में नेपाल के तरफ से सीमा स्तम्भ संख्या 544/36 के पास से रात के अंधेरे में एक लड़का तथा एक लड़की आते दिखाई दिए जिस पर संदेह होने पर संस्थान कर्मियों एव एसएसबी के जवानों द्वारा उन्हें रोककर अलग अलग पूछ ताछ किया गया, जिससे पता चला कि मामला मानव तस्करी का है। पूछ ताछ से पता चला कि मानव तस्कर सोनू लोध निवासी सड़वा वार्ड संख्या 4 थाना सुसपुरा जिला रूपनदेही एक नाबालिक नेपाली बच्च्ची को बहला फुसला कर तथा शादी का झांसा देकर भारत ला रहा था जिसके बारे में महिला को कोई जानकारी नही थी। जिसके पश्चात मानव तस्कर एवं नेपाली नाबालिक बच्ची को अग्रिम कार्यवाही हेतु एसएसबी एव मानव सेवा संस्थान ने संयुक्त रूप से नेपाल पुलिस को सुपुर्द कर दिया है। मानव तस्कर के चंगुल से नेपाली नाबालिक बच्ची को बचाने में एसएसबी 43वी वाहिनी के सीमा चौकी प्रभारी ककरहवा अमृत लाल, सहायक उपनिरीक्षक नोविन गोगोई, मुख्य आरक्षी गौरव कुमार, दिनेश कुमार पांडेय, आरक्षी आनन्दी लाल, एव मानव सेवा संस्थान के प्रभारी जय प्रकाश गुप्ता, जीवनमाया श्रीवास्तवा, अंजनी गुप्ता, बेबी त्रिपाठी, आकांक्षा वर्मा एव सन्दीप कुमार शामिल रहे।