देहरादून, उतराखण्ड क्रांति दल ने जिलाधिकारी के माध्यम से राजयपाल को सौंपा ज्ञापन।

देहरादून,आज उत्तराखंड क्रांति दल ने जिलाअशिकारी के माध्यम से राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन।
उतराखण्ड क्रांति दल द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में बच्चों के स्वास्थ्य एवं जीवन अनमोल है,के बारे में कहा कि बच्चों के साथ खिलवाड़ नही किया जा सकता है।कोरोना महामारी का खतरा बढ़ता जा रहा है।महामारी के कारण सभी का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है उतराखण्ड में मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।और मरीजों की संख्या 1500 का आंकड़ा पार कर चुकी है।तमाम शहरों के साथ साथ अब गांव भी कन्टेमनेट जॉन में आ गए हैं जिसमे सभी गतिविधिया रोकी गई हैं।राजधानी देहरादून में तो शनिवार रविवार को पूर्ण रूप से लोक डाउन कर दिया गया है।ऐसी स्थिति में बोर्ड परीक्षाएं करवाना बहुत ही खतरनाक है।जिस तरीके से संक्रमण बढ़ रहा है बोर्ड परीक्षाएं स्थगित की जानी चाहिये।छात्र,अध्यापक बड़ी संख्या में स्कूल कॉलेजो में पहुंचेंगे तो सामाजिक दूरी जैसी सावधानियां कैसे रखेंगे।तो निश्चित है कि कोरोना संक्रमण बढ़ने की बहुत अधिक सम्भावनाये बढ़ जाएगी।कई प्रवासी अपने बच्चो सहित क्षेत्रों में गए हुए हैं।उनका परीक्षा में आना मुश्किल है।सचिवालय,विधानसभा,न्यायलय सभी बन्द पड़े हुए हैं।तो सरकार द्वारा बोर्ड परीक्षाये कराना समझ से परे है।और कई राज्ये में बोर्ड परीक्षाएं नही हो रही है।सी,बी,एस,ई की परीक्षाएं नही हो रही हैं तो उतराखण्ड में ही क्यों जरूरी है।इस गम्भीर बीमारी से बचना चाहिए।बच्चों को जानबूझकर कर इस बीमारी में नही धकेला जा सकता।इस प्रकार कठिन एवं विपरीत परिस्थितियों में छात्रों एवं अभिभावक के स्वास्थ्य को देखते हुए बोर्ड परीक्षाओं के बचे हुए प्रश्न हुए पत्र कराना बिल्कुल भी जायज नही है।इस परीक्षा का उतराखण्ड क्रांति दल बर्दाश्त नही करेगी।ज्ञापन देने वालो में तिरवेंद्र पंवार,लताफत हुसैन,राजेन्द्र सिंह बिष्ट,शांति प्रसाद भट्ट,सुनील ध्यानी,अशोक नेगी,नरेश कुमार गोदियाल,प्रताप कुंवर,राजेन्द्र प्रधान,उमेश खंडूरी,पंकज पैन्यूली,आदि शामिल थे।