देहरादून के महाशिवरात्रि से पूर्व टपकेश्वर महादेव मंदीर में श्री दिगंबर भरत गिरि महाराज द्वारा आयोजित पूजा अर्चना कार्यक्रम में महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लाल चंदशर्मा नें शिरकत कर प्रदेश की ख़ुशहाली की कामना की तथा मंदीर में ध्वजारोहण किया।उन्होनें समस्त उत्तराखण्ड वासियों को महाशिवरात्रि की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी महाशिवरात्रि पर जो भक्त सच्चे मन से शिवलिंग का अभिषेक करते हैं या जल चढ़ाते हैं।उन्हें महादेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
उन्होंने कहा इस दिन खासतौर पर प्रकृति मानव शरीर में ऊर्जा को बढ़ाने में सहायता करती है। योग और आध्यात्मिक प्रक्रिया का पूरा मकसद इंसान को उसकी सीमाओं से सीमा हीनता की ओर ले जाना है। इसलिए ऐसे सभी लोग जो अपने वर्तमान अवस्था से थोड़ा अधिक होना चाहते हैं उनके लिए महाशिवरात्रि खास तौर पर महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि का दिन भगवान शंकर का सबसे पवित्र दिन है। यह अपनी आत्मा को पुनीत करने का महत्व है। इस व्रत को करने से सब पापों का नाश हो जाता है। हिंसा की प्रवृत्ति ढल जाती है निरीह जीवों के प्रति आपके मन में दया भाव उतरता है। उन्होनें कहा इस दिन भक्त बड़े धूमधाम से शिव की पूजा करते हैं। मंदिरों में जाकर शिवलिंग पर बेलपत्र, गंगा जल, दूध, फूल फल चढ़ाकर पूजन करते हैं। साथ ही उपवास तथा रात को जागरण करते हैं। शिवरात्रि पर सच्चा उपवास यही है कि हम परमात्मा शिव से बुद्धि योग लगाकर उनके पास रहें,उपवास का अर्थ ही है।समीप रहना,जागरण का सच्चा अर्थ भी काम क्रोध आदि पांच विकारों में वशीभूत होकर अज्ञान रूपी कुंभकरण के निद्रा में सो जाने से स्वयं को सदा बचाए रखना है। शिव का अर्थ ही होता है कल्याण, शिव सबका कल्याण करने वाले हैं। अतः महाशिवरात्रि पर सरल उपाय करने से ही उचित सुख की प्राप्ति होती है। इस दिन शिवलिंग पर जल अथवा दूध की धारा लगाने से भगवान की असीम कृपा सहज ही मिलती है। इस दौरान आचार्य पातिराम पंत,पं0 कमल भटट,पं0 घनश्याम,पं0 भरत जोशी,पं0 विजय, पं0 अजीत,तथा राजू प्रजापति, पियुश जोषी,संजय शर्मा आदी मौजूद