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नवीन चकराता का सपना अधुरा, क्या यह सिर्फ शिलान्यास पर ही सिमट गया
नवीन चकराता का सपना अधुरा,क्या यह सिर्फ शिलान्यास पर ही सिमट गया
विकासनगर:रामशरण नौटियाल ने जिला पंचायत अध्यक्ष रहते 6 नवंबर 1997 को नवीन चकराता की परिकल्पना कर उत्तर प्रदेश के समय पुरोडी में विनियमित क्षेत्र में नवीन चकराता का शिलान्यास किया था. उत्तराखंड राज्य बनने के बाद नवीन चकराता की पत्रावलियां ना जाने कहां धूल फांक रही है. उत्तराखंड गठन के बाद आज तक राज्य बनने के बाद एक भी मीटिंग नहीं हुई. अगर यह क्षेत्र चकराता टाउनशिप में विकसित होता तो यहां पर रोजगार के साधन खुलते और युवाओं को रोजगार मिलता. जौनसार बावर में आज 10 हजार से ज्यादा युवा बेरोजगार हैं. उन्होंने कहा कि अगर यहां टाउनशिप बन गई होती तो आज युवा बेरोजगार नहीं होते.
संबंध में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रामशरण नौइसटियाल का कहना है कि उनके अंदर नवीन चकराता की परिकल्पना को लेकर एक जुनून है. वो चाहते हैं कि लखवार तक टाउनशिप हो, यह नवीन चकराता मसूरी से 4 गुना बड़ा होगा. यहां से पूरा हिमालय दिखता है.नवीन चकराता का सपना अधुरा, क्या यह सिर्फ शिलान्यास पर ही सिमट गया
टाउनशिप बनने पर युवाओं को मिलेगा रोजगार
उन्होंने कहा कि जौनसार बावर में आज 10 हजार से ज्यादा युवा बेरोजगार हैं. उन्होंने कहा कि अगर यहां टाउनशिप बन गई होती तो आज युवा बेरोजगार नहीं होते. उन्होंने कहा कि वो जल्द ही इस संबंध में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे ।नवीन चकराता का सपना अधुरा, क्या यह सिर्फ शिलान्यास पर ही सिमट गया
यह मेरे गले कि नस है
उन्होंने कहा कि नवीन चकराता मेरे गले कि नस है, जो कि राजनीति का शिकार हो गई, 1997 से आज तक सिर्फ यह मात्र शिलान्यास तक ही सिमट कर रह गई, दुर्भाग्य कि बात यह है कि मौजूदा सरकार में प्रदेश प्रवक्ता के पद पर विराजमान सक्शियत कि तो यह जन्मभूमि है लेकिन उन्होंने भी इस और कोई ध्यान नहीं दिया ।
रिपोर्टर – विजयपाल सिंह भन्डारी ( टोनी दा )