FeaturedNational NewsUttarakhand News

यामुना एक्सप्रेसवे टोल पर फास्टैग से होगा भुगतान, JP के किसी भी टोल पर नहीं है फास्टैग की सुविधा

यमुना एक्सप्रेसवे की शुरुआत 2012 में हुई थी. वैसे तो यमुना एक्सप्रेसवे को बनाने का ऐलान साल 2001 में किया गया था. यमुना एक्सप्रेस वे पर नोएडा से लेकर आगरा तक JP कंपनी टोल वसूलती है. JP के किसी भी टोल पर फास्टटैग की सुविधा उपलब्ध नहीं है. हालांकि, आगरा के बाद लखनऊ तक एक्सप्रेस वे पर फास्टटैग की सुविधा मौजूद है यानी अब JP के टोल पर भी फास्टटैग की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी.यमुना एक्सप्रेस पर सफर करने वालों के लिए अब राह आसान हो जाएगी. यमुना एक्सप्रेस वे पर सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग की सुविधा उपलब्ध होगी. यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुण सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेसवे के तीनों टोल प्लाजा पर फास्टैग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. इस फैसले के बाद यमुना एक्सप्रेस वे पर लगने वाले जाम से निजात पाया जाएगा.इस फैसले को लेकर सोमवार यानी 15 फरवरी को यमुना प्राधिकरण के कार्यालय में कर्सोसियम बैंक और अथॉरिटी के बीच MOU साइन होगा. NHAI के सभी हाईवे पर फास्टैग की सुविधा उपलब्ध है. यह फैसला हाईवे और एक्सप्रेसवे पर जाम की परेशानी से बचने के लिए लिया गया है.यमुना एक्सप्रेस वे से हर दिन करीब 28 हजार वाहन गुजरते हैं. निजी हाइवे होने के कारण शुरुआत में JP कंपनी ने फास्टैग लागू करने से मना कर दिया था लेकिन यमुना प्राधिकरण की सख्ती के बाद कंपनी तैयार हो गई.यमुना एक्सप्रेस वे से हर दिन करीब 28 हजार वाहन गुजरते हैं. निजी हाइवे होने के कारण शुरुआत में JP कंपनी ने फास्टैग लागू करने से मना कर दिया था लेकिन यमुना प्राधिकरण की सख्ती के बाद कंपनी तैयार हो गई.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button