राज्य आंदोलनकारी भौंपाल सिंह रावत का आकस्मिक निधन।
मसूरी। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी भौपाल सिंह रावत का आकस्मिक निधन होने से शहर वासियों में शोक है। राज्य निर्माण आंदोलनकारी संगठन के सयोंजक प्रदीप भण्डारी ने वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भोपाल सिंह रावत के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भौंपाल सिंह रावत सक्रिय राज्य आंदोलनकारी थे। 2 सितम्बर 1994 के सबसे बड़े आंदोलन में भागेदारी करते हुए वे गिरफ्तार हुए और उन्हें बरेली जेल ले जाया गया जहां उन्हें भारी यातनाएं दी गई। भण्डारी ने राज्य आंदोलनकारियों पर इस बात को लेकर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि मसूरी में डेढ़ सौ से अधिक लोग राज्य आंदोलनकारी की पेंशन ले रहे हैं, मगर आज आंदोलनकारी भोपाल रावत की अन्तिम यात्रा में राज्य आंदोलनकारी गायब रहे। केवल आंदोलनकारी प्रदीप भण्डारी, विजय रमोला, भगवती सकलानी, नरेंद्र विष्ट ने उनके घर पहुंचकर परिवार जनों को सांत्वना दी। उन्होने वरिष्ठ आंदोलनकारी भौपाल सिंह रावत के निधन की बात सुनकर भी आधी रात्रि तक जश्न मनाने की निंदा की। भण्डारी ने कहा कि राज्य आंदोलनकारी न सिर्फ इस प्रदेश की धरोहर हैं बल्कि संरक्षक भी हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि किसी भी राज्य आंदोलनकारी के निधन पर प्रशासन को पहुँचना चाहिए। उनका निधन राज्य स्थापना दिवस के दिन हुआ तथा अंतिम संस्कार हरिद्वार में किया गया।