*विकासनगर क्षेत्र के ग्रामीणों पर कर्ज़ द्वारों द्वारा ब्याज सहित किस्त जमा करने के लिए बनाया जा रहा है दबाव*

रिपोर्ट- इलम सिंह चौहान विकासनगर देहरादून
*विकासनगर ग्रामीण क्षेत्रों के कर्जदारो पर ब्याज सहित किस्त जमा करने के लिए बना रहे है दवाव*
देहरादून जिले के विकास नगर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत लगातार आर्थिक संकट से जूझ रहे ग्रामीण क्षेत्रों के महिला समूह किसानों मजदूरों और वाहन स्वामियों का प्राइवेट फाइनेंस कंपनियां व बैंक कर रहे हैं उत्पीड़न। किस्त मय ब्याज जमा करने के लिए कर्ज दाताओं पर बना रही दबाव
खबर देहरादून जिले के विकासनगर तहसील जुडली गांव से है यहां ग्रामीण क्षेत्रों में महिला समूह किसानों मजदूरों तथा अन्य वाहन स्वामियों दुकानदारों की लॉक डाउन के चलते रुकी किस्तों को देने के लिए प्राइवेट फाइनेंस कंपनियां बैंक तथा अन्य अपनी किस्त देने के लिए ग्राहकों पर दबाव बना रहे हैं जिससे गरीब ग्रामीण भारी मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं क्योंकि लॉक डाउन के चलते उनके परिवार आज भारी आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं । ग्रामीणों का कहना है कि सभी प्रकार के कर्ज़धारको से किस्त देने का दबाव ना बनाया जाए और किस्त देने के लिए कुछ समय दिया जाए तथा लॉक डाउन की अवधि के दौरान का पूरा ब्याज माफ किया जाए उन्होंने मांग की कि मनरेगा में ठेकेदारों द्वारा कार्य ना करा कर ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराया जाए इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि माननीय प्रधानमंत्री जी की घोषणा अनुसार स्वरोजगार ऋण को शीघ्र उपलब्ध कराया जाए तथा गांव गांव में कैंप लगाकर इसकी जानकारी देकर लोगों को इसके लिए तैयार किया जाए और उन्हें योजनाओं के लिए पैसे स्वरोजगार हेतु उपलब्ध कराए जाने की सरकार से मांग की। एसडीएम विकासनगर ने कहा कि यह जायज मांग है इसके लिए टीम गठित कर संबंधित फाइनेंस वालों से बात की जाएगी।




