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सुशील कुमार बोले पता नहीं मुझसे यह कैसे हो गया सब कुछ बर्बाद हो गया, सागर हत्याकांड पर सुशील की मुश्किलें बढ़ती जा रही है

सागर हत्याकांड में सुशील की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. पुलिस का सुशील पर शिकंजा कसता जा रहा है. दिल्ली पुलिस की ओर से पेश हुए अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने रोहिणी कोर्ट को बताया कि सुशील कुमार जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. वह कह रहे हैं कि पता नहीं मुझसे ये कैसे हो गया, सब बर्बाद हो गया.दिल्ली पुलिस की तरफ से कहा गया कि वारदात के वक्त जो कपड़े सुशील ने पहने थे वो नहीं मिले हैं. ये सब रिकवर करने के लिए हमें सुशील की कस्टडी चाहिए. हमें आरोपी को भटिंडा और हरीद्वार लेकर जाना है. पुलिस की तरफ से कहा गया कि सुशील कह रहे हैं कि ये चीज यहां हो सकती है, वहां हो सकती है, हम बरामद करने की कोशिश कर रहे हैं.कोर्ट में बताया गया कि मारपीट का वीडियो अहम सबूत है. यह वीडियो सबको सर्कुलेट करने के लिए बनाया गया था, जिससे सुशील कुमार कह सके कि मैं कुछ भी कर सकता हूं.कोर्ट में सुशील का डिस्क्लोजर स्टेटमेंट भी दिखाया गया. कोर्ट में जांच अधिकारी ने कहा कि सुशील ने बताया था कि संपत्ति विवाद का मामला है. पहले सुशील ने कहा कि फ्लैट खाली कराने को लेकर झगड़ा हुआ, जिसका किराया 25 हजार था लेकिन एक इंटरनेशनल प्लेयर 25 हजार के लिए अपना कैरियर खराब क्यों करेगा.उन्होंने बताया कि जांच के मुताबिक छत्रसाल स्टेडियम में इंस्टाल किया गया कैमरा भी खराब कर दिया गया है. सुशील वहां सबकुछ देखते थे. डीवीआर भी बरामद नहीं हुआ है. मोबाइल फोन भी रिकवर किया जाना है. घटना के समय सुशील ने जो कपड़े पहने थे वो भी नहीं मिले हैं.अतुल श्रीवास्तव ने कोर्ट को बताया कि सागर गोल्ड मेडलिस्ट था. जिन घायल लोगों का इलाज चल रहा है वो लोग भी काफी नाजुक हालत में हैं. घटना का वीडियो भी है. जो घायल हैं वो भी गोल्ड मेडलिस्ट हैं. इस मामले में एक राउटर बरामद किया गया है.उन्होंने कहा कि सुशील के बयान के मुताबिक उसने अपने आप को हरियाणा में छिपा रखा था. हमें कई चीजों की तलाश है जिसे बरामद कर हम निष्कर्ष पर पहुंचे सकते हैं. हम जानते हैं सुशील कुमार एक बड़े खिलाड़ी हैं लेकिन हमें सागर का भी ध्यान रखना है जिसने अपनी जान गंवाई है.

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