ड्राइवर की लापरवाही से द लक्ष्य पब्लिक स्कूल की बस जलालिया स्थित वन विभाग के बेरियर के पास एक पेड़ से जा टकराई। जिससे कि बस मैं सवार ड्राइवर सहित 7 बच्चों को चोटे आई। जिसमें की दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए। एक बच्ची की तो अस्पताल लाते समय रास्ते में ही मृत्यु हो गई थी। दूसरे बच्चे को हाईर सेन्टर देहरादून रेफर कर दिया गया है। हादसे की वजह तेज रफ्तार बताई जा रही है। गाडी की हालत देखकर रफ्तार का अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है की स्कूल बस तेजी मे थी और बस मे 40 सीट होने के बाबजूद भी 60 के लगभग बच्चे बिठाये गये थे। जिससे की ड्राइवर शायद संतुलन न बना पाया हो। हांलाकि जिस पेड से बस टकराई है उसे काटने की अनुमति कई बार ग्रामीण वन विभाग से मांग चुका है। मगर पेड को काटने की अनुमति विभाग द्धारा नहीं दी गई। विकासनगर मे स्कूली बच्चों के माता पिता और उनके जीवन के साथ ये खेल प्रशासन की आंख के नीचे खुलेआम चल रहा है मगर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है। जितने भी विकासनगर मे प्राईवेट स्कूल चल रहे है सभी के स्कूल बसों में बच्चों की ओवर लोडिंग की जा रही है अगर स्कूल को दस बसों की जरूरत है तो स्कूल प्रशासन पांच बसों से ही काम चला रहा है। जबकि बच्चों के अभिभावकों से स्कूल प्रशासन बस का पूरा किराया ले रहा है।
यदि कोई अभिभावक इस बाबत आवाज उठाता है तो स्कूल प्रशासन द्धारा उनके बच्चों को परेशान किया जाता है जिस डर से अभिभावक भी चुप्पी साध लेते है मगर सवाल उन जिम्मेदार अधिकारियों से है जिनके सामने रोज स्कूल बसों मे भेड बकरी की तरह लादकर इन बच्चों को स्कूल लाया और ले जाया जाता है। क्या उन अधिकारियों की आंखों को मोतियाबिंद हो गया है। कई स्कूल विकासनगर मे एनएच रोड पर चल रहे है जहां आये दिन सुबह शाम छुट्टी के समय घंटों लंबा जाम लग जाता है और कोई बडा हादसा होने का डर अलग से लगा रहता है।