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चिंतन शिविर पर खर्च करने के बजाय दूरस्थ क्षेत्रों का विकास किया जाय।

चिंतन शिविर पर खर्च करने के बजाय दूरस्थ क्षेत्रों का विकास किया जाय।

मसूरी। समाजसेवी पंडित मनीष गौनियाल ने एक होटल के सभागार में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। जिसमें राज्य सरकार द्वारा आयोजित तीन दिवसीय चिंतन शिविर को लेकर प्रश्न उठाए गए साथ ही मसूरी देहरादून मार्ग पर गलोगी पावर हाउस के निकट गिर रहे मलबे और पत्थर का अब तक ट्रीटमेंट ना होने को लेकर भी उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लिया साथ ही सैन्य धाम को लेकर भी उन्होंने कैबिनेट मंत्री और मसूरी विधायक गणेश जोशी पर सवाल उठाए।


पत्रकारों से बातचीत करते हुए समाजसेवी पंडित मनीष गौनियाल ने कहा कि आलीशान कपड़ों में बैठकर पहाड़ की दशा और दिशा तय नहीं की जा सकती है। इसके लिए सरकार को धरातल पर काम करने की आवश्यकता ह।ै उन्होंने कहा कि तीन दिवसीय चिंतन शिविर में सरकार ने जनता के पैसों का दुरुपयोग किया है। उन्होंने कांग्रेस और अन्य दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस भाजपा सरकार से मिली हुई है और उसके खिलाफ आवाज नहीं उठा रही है। जिससे कि उसकी मंशा साफ जाहिर होती है उन्होंने कहा कि प्रदेश में पलायन सबसे बड़ा मुद्दा है और पहाड़ के पहाड़ खाली हो रहे हैं लेकिन सरकार ने अब तक इसके लिए कोई ठोस नीति नहीं बनाई है। जल जंगल और जमीन उत्तराखंड राज्य का गठन किया गया था लेकिन उत्तराखंड के शहीदों के सपने आज भी अधूरे हैं। उन्होंने कहा कि धरातल पर कोई कार्य नहीं हो रहा है, पहाडों में स्वास्थ्य चिकित्सा, सड़क, पानी की समस्यायें जस की तस है। अगर मसूरी की ही बात लें तो यहंा अस्पताल तो बनाया गया लेकिन लोगों को सुविधा न मिलने पर देहरादून कर रूख करना पड़ रहा है। इस मौके पर दिनेश रमोला, अनिल रावत, कीर्ति कंडारी, सागर उनियाल, रवि उनियाल, रूद्री सेमवाल, विजय, आनंद भंडारी व कुवंर सिंह आदि मौजूद रहे।

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