दुष्कर्म के आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर भूख हड़ताल पर बैठी पीड़िता
UK/ सहसपुर देहरादून
पुलिस के द्वारा हिंदी मैगजीन संवाददाता इलम सिंह चौहान की रिपोर्ट
*दुष्कर्म के आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर भूख हड़ताल पर बैठी पीड़िता*
जनपद देहरादून के थाना सहसपुर पर पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज करने के 3 हफ्ते बाद भी दुष्कर्म के आरोपी की गिरफ्तारी पर पुलिस की नाकामी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए दुष्कर्म पीड़िता एक युवती भूख हड़ताल पर बैठी है।
खबर पछवादून सहसपुर थाना क्षेत्र की है दुष्कर्म पीड़िता का आरोप है कि छरवा निवासी अमित चौहान वर्ष 2006 से शादी का झांसा देकर उससे दुष्कर्म करता रहा शारीरिक शोषण करता रहा जब भी पीड़िता ने शादी की बात करने की कोशिश की तो टाल मटोल करके शादी का झांसा देता रहा। विगत 13 जुलाई को आरोपी अमित चौहान ने एक अन्य लड़की से शादी रचा ली पीड़िता को जब इसकी भनक लगी तो सीधे उसके घर पहुंची। आरोप है कि वहां पर अमित चौहान व उसकी मां, जीजा बहन, ताऊ ताई आदि ने उसके साथ गाली गलौज और मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी पीड़ित युवती ने इस संबंध में थाना सहसपुर पर जा कर तहरीर दी ।जांच के बाद पुलिस द्वारा 17 जुलाई को दुष्कर्म के आरोपी अमित चौहान आदि निवासी छरबा के विरुद्ध धारा 376/ 363 /504 /506 मैं मुकदमा दर्ज किया गया और मुकदमा दर्ज होने के बाद पीड़िता का मेडिकल व माननीय न्यायालय में बयान भी दर्ज करवाए गए। पीड़िता का आरोप है कि 21 दिन बाद भी आरोपी खुला घूम रहा है पुलिस अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है वहीं आरोपी पक्ष के लोग पीड़िता एवं उसके भाई पर समझौते के लिए धमकी देकर दबाव बना रहे हैं जिससे पीड़िता को जान भी का खतरा है। पुलिस के इस रवैये से अभियुक्त गिरफ्तारी से बच कर वकीलों के माध्यम से कोर्ट से स्टे देने के लिए कोशिशों में लगा है पीड़िता ने बताया कि इस प्रकरण को लेकर वह एडीजे एंड लॉ से भी मिली उन्हें भी अपने साथ हुए अन्याय से अवगत कराया एसएसपी/ डीआईजी श्री अरुण मोहन जोशी से भी न्याय के लिए गुहार लगाई उसके बाद भी पुलिस अभी तक दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार करने में नाकाम रही है पीड़िता ने बातचीत में कहा की पुलिस प्रशासन किसी सफेदपोश के दबाव में आकर अभियुक्त को समय दे रही है और कार्यवाही करने से बच रही है पीड़िता अधिकारियों के चक्कर लगाते लगाते थक चुकी है इससे क्षुब्ध होकर आज सहसपुर थाने पर ही भूख हड़ताल पर बैठकर पुलिस प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगा रही है इससे पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह खड़े हो रहे हैं कि जहां एसएसपी/ डीआईजी अरुण मोहन जोशी कानून व्यवस्था व अपराधों पर अंकुश लगाने व पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए बिना किसी दबाव के काम करने के लिए जाने जाते हैं उन्हीं के अधीनस्थ थाना सहसपुर मे एक पीड़ित युवती इंसाफ के लिए भूख हड़ताल पर बैठने को मजबूर है। वहीं थाना ध्यक्ष सहसपुर राकेश गुसाईं का यह कहना कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है यह कहना नाकाफी है मामला धारा 376 का है जिसमें मानव अधिकार को देखते हुए दुष्कर्म पीड़ित युवती को त्वरित न्याय मिलना चाहिए ।ताकि ,भय मुक्त शासन भय मुक्त जनता ,का नारा असल में देखने को मिले।