देहरादून 16 दिसम्बर को अतिथि शिक्षकों ने शिक्षा निदेशालय पर दिया धरना। जिसमे प्रदेश से आये सारे अथिति शिक्षक हजारों की संख्या में शिक्षा निदेशालय में इकट्ठा हुए और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए।
सरकार से स्थाई नौकरी की मांग करी है।अथिति शिक्षक संगठन के अध्यक्ष अभिषेक भट्ट ने कहा की अथिति शिक्षक लगभग 8 वर्षो से दुर्गम व अति दुर्गम क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैँ।
लेकिन भविष्य वारे में अभी तक सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाये हैँ।अध्यक्ष भट्ट का कहना है कि हमें अपने भविष्य के साथ साथ बच्चों के भविष्य की चिंता है। अगर सरकार नहीं जगती है, तो अथिति शिक्षकों का धरना अनिश्चितकाल रहेगा।जबकि अपने मांगो को लेकर अतिथि शिक्षकों ने परेड ग्राउंड से सर्वें चौक तक केंडल मार्च निकला।उन्होंने कहा की 13 दिसम्बर से समस्त शिक्षक शिक्षा निदेशालय में धरने पर बैठे हैँ। लेकिन सरकार का कोई प्रतिनिधि उनके पास नहीं आया।जबकि जुलाई 2021 में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने केबिनेट मीटिंग में अतिथि शिक्षकों के पदों को रिक्त ना मान लेने का निर्णय लिया गया था। लेकिन उसके बाद भी कोई शासनादेश जारी नहीं किया गया। अध्यक्ष अभिषेक भट्ट ने कहा की सरकार शिक्षको के सुरक्षित भविष्य के लिए और बच्चों की पढ़ाई खराब ना हो जल्द से जल्द शासनादेश जारी करे और सभी शिक्षक अपने-अपने विद्यालय में जाकर पूर्व की तरह बच्चों को पढ़ाई करा सकें।