देहरादून आज सफाई कर्मचारी आशीष ने सैलरी कम मिलने पर कूड़ा सड़क पर डाल कर अपना विरोध जताया
देहरादून, आज शनिवार को एक सफाई कर्मचारी ने कांवली रोड़ पर कूड़ा डाल कर अपना विरोध जताया।बताते चले कि आशीष कुमार उर्फ लालू पुत्र किशोर कुमार निवासी खुदबुड़ा वार्ड नं0 23 का रहने वाला है।और उसी क्षेत्र की पार्षद विमला गॉड ने ही सफाई कर्मचारी लालू को सफाई के लिए काम पर रखा है।आसिष का कहना है।सफाई कर्मचारी क्षेत्र में सफाई का काम करके क्षेत्र की जनता को सुरक्षित रखने में सहयोग करते है।जबकि पार्षद कर्मचारियों की तनख्वाह समय पर नही देते और बिना छुट्टियों के भी तनख्वा काट ली जाती है,जबकि निगम द्वारा आठ हजार पांच सौ रुपये सैलरी होने के बाउजूद हर महीने किसी को पांच हजार तो किसी को सात हजार रुपये दिए जाते हैं।वहीँ पार्षद विमला गॉड से बात करने पर पार्षद ने कहा कि सभी पार्षदों को नगर निगम बोर्ड में कहा गया है कि किसी भी कर्मचारी को जब मर्जी रखने और हटाने के आदेश पार्षदों को दिए गए हैं।और सैलरी काम के हिसाब से दी जाये।जबकि अखिल भारतीय सफाई मजदुर संघ के प्रदेश अध्यक्ष विशाल बिरला का कहना है कि सफाई कर्मचारियों का हमेशा से ही शोषण होता आया है।जबकि संघ ने कई बार नगर निगम को ज्ञापन के माध्यम से कहा है कि कर्मचारियों की सैलरी सीधा बैंक खाते में आनी चाहिए जिससे भृष्टाचार भी खत्म होगा और कर्मचारी को वेतन भी पूरा मिलेगा।बिरला ने ये भी कहा कि अगर ऐसा नही होता है।संघ धरने-प्रदर्शन करने को मजबूर होगा।ऐसा ही सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य विपिन चंचल ने कहा कि आज की घटना को देखकर अच्छा नही लगा जहां एक ओर सफाई कर्मचारियों को कोरोना योद्धा का नाम दिया जा रहा है।वहीं कर्मचारियों को ऐसा करने पर मजबूर होना पड़ रहा है।उनका कहना है कि अगर पूरे उत्तराखंड प्रदेश में कोई भी सफाई कर्मचारी को कोई दिक्कत होती है।और हमारे पास शिकायत आएगी तो आयोग के माध्यम से शोषण करने वालो पर कार्यवाही की जाएगी।