धोखाधड़ी के आरोप में पति पत्नी लाखों रुपए के नगदी के साथ पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस के द्वारा हिंदी मैग्जीन के मीडिया प्रभारी नरेंद्र कुमार राठौर देहरादून उत्तराखंड।
कोतवाली नगर देहरादून।*
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*(धोकाधड़ी के आरोप में पति पत्नी मय लाखो की नगदी,ज्वैलरी व महंगे फोन के साथ गिरफ्तार)*
दिनाँक 12 जून 2018 को उर्वसी कुमारी पुत्री स्व0 श्री आर0बी0 सिंह नि0 30 मोहिनी रोड , देहरादून ने थाना कोटवाली पर लिखित सूचना दी कि शिखा सक्सेना उम्र करीब 28 वर्ष इनके अपंग भाई श्री कर्ण विजय सिंह से वर्ष 2010 से जान पहचान थी तथा उसका इनके घर मे आना जाना था, धीरे धीरे इनके घर मे पारिवारिक सदस्य की तरह घुल मिल गयी, और अपंग भाई के म्यूच्यूअल फंड्स की भी जानकारी ले ली, इनका अपंग भाई की शादी नही हुई थी, उक्त महिला ने इनसे दोस्ती कर ली, और अपने पूरे विश्वास में ले लिया, उसके बाद फरबरी 2017 में उक्त महिला द्वारा कर्ण विजय को आढ़त बाजार लक्खीबाग छेत्र में लाकर pnb ब्रांच में एक एकाउंट खुलवाया, और उस एकाउंट की पास बुक व atm अपने पास ही रख लिया, और बड़ी चालाकी से कर्ण विजय से उसकी पालिसी म्यूच्यूअल फंड्स के फार्म पर हस्ताक्षर करवाकर करीब 23 लाख रुपया उसके एकाउंट में ट्रांसफर करा लिया, और धीरे धीरे सारा पैसा धोकाधड़ी से निकाल कर फरार हो गयी। इस सूचना पर उचित धाराओ में अभियोग पंजीकृत कर उच्चाधिकारी गणो को अवगत कराया जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा शहर में बिभिन्न विभिन्न तरीकों से हो रही धोकाधड़ी के मध्यनजर उक्त घटना में अभियुक्त गणो की गिरफ़्तारी व बरामदगी हेतु पुलिस अधीक्षक नगर व co city महोदय के निकट पर्यवेक्षण व प्रभारी निरीक्षक के निर्देशन मैं व0उ0निरी0 कोतवाली के नेतृत्व एक टीम का गठन किया गया, टीम द्वारा पीड़ित श्री कर्ण विजय से विस्तृत पूछताछ से पाया कि उक्त महिला वर्ष 2010 में इनसे देहरादून में मिली थी किसी एन जी ओ से अपने आपको होना बताकर धीरे धीरे दोस्ती कर ली, और अक्सर घर आने जाने लगी, दोस्ती गहरी होने पर इसने एकाउंट खुलवाया, और icici म्यूच्यूअल फंड्स का कुल 23 लाख रुपया धोकाधड़ी से एकाउंट में डलवाकर निकाल लिया गया, इसने इनको बताया था कि उसकी शादी नही हुई है, अपने माता पिता के साथ हरिद्वार ज्वालापुर में रहती है, इसके अलावा अन्य कोई जानकारी नही दी गयी थी, दिनाँक 14 जून को उक्त महिला की तलाश हेतु एक टीम ज्वालापुर हरिद्वार रवाना की गई , तथा पुलिस सूत्रों को भी उक्त महिला के बारे में जानकारी देकर तलाश हेतु लगाया गया, तथा उसके मोबाइल नवम्बर की भी डिटेल्स प्राप्त की गई तो फ़ोन बंद होना पाया गया, इसी दौरान सूत्रों सर जानकारी मिली कि उक्त महिला शादीशुदा है और अपने पति के साथ सुभाषनगर हरिद्वार में किराये के मकान में रह रहे हैं, इस सूचना पर बताये पते पर पुलिस टीम द्वारा दविश।दी गयी तो घर के अंदर एक महिला व पुरुष मौजूद मिले जिनसे नाम पता पूछने पर महिला ने अपना नाम शिखा सक्सेना व पुरुष ने अपना नाम अमित कुमार सक्सेना बताया, और सख्ती से पूछताछ पर अपना धोकाधड़ी संबंधी जुर्म कबूल करते हुए धोकाधड़ी से प्राप्त नगदी तथा उससे खरीदी ज्वैलरी व मोबाइल आदि बरामद कराये गए। अभियुक्त गणो को गिरफ्तार किया गया। जिनको आज मान0 न्यायालय पेश किया गया जिनको ज्युडिशियल custudy में जिला कारागार भेजा गया है।
*नाम पता अभियुक्त गण*
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1. शिखा सक्सेना पत्नी अमित कुमार सक्सेना नि0 मंडी चौक अमरोहा उ0प्रदेश। हाल पता सुभाषनगर थाना रानीपुर, हरिद्वार।
2. अमित कुमार सक्सेना पुत्र स्व0 कैलाश किशोर नि0 उपरोक्त।
*बरामदगी का विवरण*
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*1- 5 लाख 68 हज़ार नगद*
*2- ज्वैलरी एक ब्रेश लेट, 5 अंगूठी सोने की क़ीमती करीब 2 लाख रुपये*
*3- 4 फ़ोन (1 phone apple i, 3 samsung phone) कीमत करीब 1 लाख 80 हज़ार)*
*4- 1 एटीएम व पास बुक( पीड़ित कर्ण विजय के एकाउंट संबंधी)*
*पूछताछ का विवरण*
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पूछताछ पर महिला ने बताया कि वह अभी वर्तमान में हरिद्वार में conseltancy agency चलती है, इसमे इसका पति भो मदद करता है, वर्ष 2010 में यह एक ngo मैं काम करती थी उसी दौरान मेरी मुलाकात कर्ण विजय से हुई, वह एक अपाहिज व्यक्ति था बातचीत करने पर पता चला कि उसके पास बहुत संपत्ति और पैसा है, तो मैंने उससे जान पहचान बढ़ाना शुरू कर दिया फिर अक्सर इनके पास आना जाना लगा रहता था, मैं जानबूझकर इनके नज़दीक आ गयी थी मैं इनकी देखभाल करने लगी और इनका विश्वास मुझ पर बन गया, इसी बीच मेरी शादी हो गयी हम पैसे से बहुत परेशान थे कही से भी कोई इनकम का जरिया नही था, तो मैंने अपने पति को कर्ण विजय के बारे में बताया, और प्लानिंग की, कि कैसे पैसा लिया जाए, कर्ण विजय के 2mutual फंड्स की मुझे जानकारी थी, तो विश्वास में लेकर आढ़त बाजार मे वर्ष 2015 में एकाउंट खुलवाया और उसका पास बुक व atm मैन अपने पास रख लिया, और मौका देखकर म्यूच्यूअल फंड्स के आफिस से एक फार्म लाकर उसपर धोके से कर्णविजय के हस्ताक्षर करवाकर म्यूच्यूअल फण्ड की कुल रकम 23 लाख कारण विजय के एकाउंट में ट्रांसफर करा ली, और एटीएम के द्वारा वह रकम धीरे धीरे में और मेरा पति दोनो निकलते रहे। चुकी एकाउंट में बारे में सिर्फ कारण विजय को ही जानकारी थी, जिसका पास बुक व एटीएम मेरे पास ही था, तथा उसमें मोबाइल नवम्बर भी मेरा ही दिया गया था, कारण विजय को कुछ पता नही चला था। उस पैसे से हमने conseltancy एजेंसी खोल ली, कुछ पैसे की ज्वैलरी खरीद ली, तथा मोबाइल आदि भी उसी पैसे से खरीद लिए थे, बाकी पैसा घर के अन्य खर्चो में खर्च हो गया था। इस काम मे पति द्वारा पूरा सहयोग किया गया है। दोनों पति पत्नी शातिर किश्म के ठग है, लोगो को झांसे में लेकर ठगी करते हैं।
*पुलिस टीम*
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प्रभारी निरीक्षक श्री bbd जुयाल
1. Ssi अशोक राठौड़
2. Si प्रदीप रावत प्रभारी चौकी लक्खीबाग
3. Si नरेंद्र पूरी, कानि0 नवीन, रविशंकर, म0कानि0 मंजू,
4.कानि0 प्रमोद, आशीष sog कार्यालय।
– अभियुक्त गणो के संबंधित थानों से आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।*