भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी में 72 फीट ऊँचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।
मसूरी। देश को आजाद हुए 75 वर्ष पूर्ण होने पर सम्पूर्ण भारत देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसके तहत गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राज्यों की राजधानियों में कार्यरत केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की फॉरमेशनो में उच्च मास्ट राष्ट्रीय ध्वज की स्थापना हेतु निर्देशित किया गया है। नेशनल फ्लेग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के सहयोग से भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी में विशालकाय राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नीलाभ किशोर, भारतीय पुलिस सेवा, महानिरीक्षक, उत्तरी सीमान्त मुख्यालय, देहरादून ने उच्च मास्ट राष्ट्रीय ध्वज का उद्घाटन एवं ध्वजारोहण किया।
मुख्य अतिथि आईजी नीलाभ ने अपने संबोधन में कहा कि कि आजादी के अमृत महोत्सव के पावन पर्व पर भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी को उच्च मास्ट राष्ट्रीय ध्वज के ध्वजारोहण का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। राष्ट्रीय ध्वज हमारी एकता एवं अखण्डता का परिचायक है। देश की राष्ट्रीय एकता व अखण्डता को बनाये रखने के लिये भारत माता के कई सपूतों ने अपना सर्वाेच्च बलिदान देकर राष्ट्रीय ध्वज की गरिमा को बनाये रखने में अपना अहम योगदान दिया है। इस कार्यक्रम में नेशनल फ्लेग फाउंडेशन ऑफ इंडिया से आये सेवानिवृत्त मेजर जनरल असीम कोहली ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज हमारे देश प्रेम का पहला प्रतीक है। हमारा उददेश्य है कि देश के हर सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय सहित हर घर में राष्ट्रीय ध्वज लगायें, यह हमारे गौरव का प्रतीक है इसे हर घर में हमेशा लगाना चाहिए। हर नागरिक को भारतीय होने पर गर्व है तो अपने घर में झंडा जरूर लगायें। उन्होंने कहा कि झंडा सम्मान से लगायें व जब झंडा खराब हो जाये जो उसे सम्मान से एकांत में जला कर या अन्य तरीके से नष्ट करें लेकिन उसका कोई वीडियों या फोटो आदि न लें। इस मौके पर आईटीबीपी अकादमी के निदेशक महानिरीक्षक पीएस डंगवाल ने मुख्य अतिथि एवं उच्च मास्ट राष्ट्रीय ध्वजारोहण कार्यक्रम में उपस्थित मसूरी के समानित जनप्रतिधियों, भारत तिब्बत पुलिस बल के सेवानिवृत एवं सेवारत् अधिकारियों, स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत एवं अभिन्दन किया। उन्होंने बताया कि इस ध्वज की स्थापना करने से प्राचीन नाग मंदिर के साथ यह स्थान पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र बन जायेगा एवं भारतवर्ष से आने वाले पर्यटकों को भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल व राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जानने का मौका मिलेगा, जिससे उनमें देशभक्ति की भावना का संचार होगा। इसके अतिरिक्त इसका मुख्य फायदा क्षेत्रीय नागरिकों के आय एवं विकास को भी होगा। अंत में उप महानिरीक्षक व उपनिदेशक अकादमी अजय पाल सिहं ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर सेनानी प्रशासन शोभन सिंह राणा, पूर्व आईजी बीएसएफ मनोरंजन त्रिपाठी, डीएफओ आशुतोष सिंह, आईटीएम के निदेशक, भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, सभासद अरविंद सेमवाल, राकेश रावत, एमपीजी कालेज के प्रधानाचार्य डा. सुनील पंवार, जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण, जवानों सहित स्कूल के बच्चे मौजूद रहे।