मूलाधार बारिश से जन जीवन प्रभावित, सड़के बुरी तरह क्षतिग्रस्त।
मसूरी। पहाड़ों की रानी मसूरी में गत रात्रि को हुई मूसलाधार बारिश ने सड़कों को बुरा हाल हो गया। वहीं नाले बंद होने से पानी सड़कों पर बहने से सड़कों को भारी नुकसान हुआ है। वहीं नालियां बंद होने से लाइब्रेरी लक्ष्मीनारायण मंदिर में पानी घुसने से कृष्ण जन्माष्ठमी के कार्यक्रम में बाधा पैदा हो गयी व मंदिर का कार्यालय जलमग्न हो गया।
पर्यटन नगरी में भारी बारिश के कारण एक ओर जहां मसूरी देहरादून मार्ग बार बार बंद होता रहा वहीं एलकेडी मार्ग भूस्खलन के कारण बंद हो गया। सबसे बुरी हालत नालों खालों के बंद होने से हो रही है, व पानी सड़कों पर बहने से सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही है। गतरात्रि की भारी बारिश के कारण पानी लक्ष्मीनारायण मंदिर लाइब्रेरी में घुस गया क्यो कि नालियां बंद होने से सारा पानी सड़कों पर बहने लगता जो इतना अधिक था कि मंदिर व कार्यालय में घुस गया। नाले बंद होने से मोती लाल नेहरू मार्ग की दशा सबसे अधिक खराब है जबकि बरसात से पहले जिला प्रशासन के आदेश के बाद एसडीएम ने विभागीय अधिकारियों की बैठक बुला कर हर हाल में नाले खोलने के निर्देश दिए थे लेकिन संबंधित विभागों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया जिस कारण इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। मोती लाल नेहरू मार्ग पर वाहन चलाना तो दूर पैदल चलना भी दूभर हो गया है। यहीं हाल अन्य मार्गों का भी है। मालूम हो कि मोती लाल नेहरू मार्ग पर विगत दिनों पेयजल निर्माण निगम ने पानी की लाइन बिछाने के लिए रोड खोदी थी जिसे बना दिया गया था लेकिन गणुवत्ता विहीन कार्य होने के कारण यह पहली ही बारिश में बह गई उसके बाद एसमडीएम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया व पेयजल निगम के अधिकारियों को लताड़ भी लगाई लेकिन कोई कार्य नहीं हुआ। लेकिन गत रात्रि की मूसलाधार बारिश से जो विभाग ने थोड़ी बहुत मरम्मत ईंट बिछा कर की थी वह भी बह गया। इसके साथ ही भारी बारिश के कारण मसूरी के आसपास के क्षेत्र में भी नुकसान हुआ है। ग्रामीण क्षेत्र बंगसील व अन्य स्थानों में सड़कों पर जगह जगह मलवा आने से रोड बंद हो गयी है जिसे खोलने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है। बारिश के कारण लाइब्रेरी से मेकनन पंप जाने वाला मार्ग भी मलवा आने से बंद हो गया जिस पर स्थानीय सभासद सरिता पंवार ने पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता को जानकारी दी व पालिका ने जेसीबी भेज कर मार्ग खुलवाया।