रिवर ट्रेनिंग की आड़ में देहरादून जिले के विकासनगर में अवैध खनन का काला कारोबार
पुलिस के द्वारा हिंदी मैगजीन के रिपोर्ट- इलम सिंह चौहान विकासनगर देहरादून उत्तराखंड
*रिवर ट्रेनिंग की आड़ में देहरादून जिले में अवैध खनन का काला कारोबार*
देहरादून जिले के पछवादून विकास नगर के से लेकर कालसी तक अवैध खनन का काला कारोबार शासन प्रशासन की नाक के नीचे अपनी चरम सीमा पर है कालसी मे तो रिवर ट्रेनिंग के नाम पर पट्टा धारको द्वारा यमुना नदी की धारा को ही बदल डाला और नदी की धारा को आबादी की तरफ मोड़ दिया गया। अपने निजी स्वार्थों के चलते जिला खान अधिकारी राजस्व संपदा को स्वयं संलिप्त होकर होकर खनन माफियाओं के हाथों लुटवा रहे हैं। जबकि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा अवैध खनन के संदर्भ में आदेश पारित कर यह भी अंकित किया की यमुना नदी को जीवित प्राणी का दर्जा दिया गया है किसी नदी की धारा प्रवाह बदलने, छेड़छाड़ करने एवं कटाव करने पर आईपीसी की धाराओं के तहत कार्रवाई करने का भी प्रावधान है लेकिन निजी स्वार्थों के चलते जिला प्रशासन से लेकर स्थानीय प्रशासन के सक्षम अधिकारी भी खनन के काले कारोबार में लिप्त खनन माफियाओं की मदद कर रहे हैं कालसी यमुना तट पर सैकड़ों की आबादी वाला एक कस्बा जहां 19 -20 करोड़ रुपए की लागत से सुरक्षा दीवार पूर्ववर्ती सरकार द्वारा बनवाई गई नदी की धारा मोड़ने से यदि सुरक्षा दीवार को नुकसान होता है तो किसानों की जमीनो के साथ-साथ जनहानि का भी नुकसान उठाना पड़ सकता है इसके लिए कौन जिम्मेवार होगा गरीब किसानों को नुकसान भरपाई के लिए हमेशा से ही आर्थिक मदद के नाम पर अन्याय ही होता आया है बल्कि सरकार हमेशा से ही संगठित अपराधियों के पक्ष में खड़ी होती नजर आई है फिर इनसे भिड पाना पुलिस प्रशासन के लिए भी मुश्किल हो रहा है।