लोगों को फर्जी नौकरी का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले तीन अभियुक्त दिल्ली से पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस के द्वारा हिंदी मैग्जीन के रिपोट्र अजय दत्ता व वीजय रावत देहरादून उत्तराखंड।
कोतवाली ऋषिकेश, देहरादून।*
*नौकरी का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले तीन अभियुक्त दिल्ली से गिरफ्तार, दो मोबाईल, एक लेपटॉप, रजिस्टर व अन्य दस्तावेज बरामद -*
थाना ऋषिकेश पर श्रीमती वन्दना रतूड़ी नि0 बी 8 विस्थापित कालोनी इन्द्रानगर ऋषिकेश ने सूचना अंकित करायी कि दिनांक 10.07.17 को एक वेबसाईट पर कृषि सेवा केन्द्र में जॉब के लिये आवेदन किया था, जिसके कुछ दिन बाद उनके द्वारा मुझे अलग अलग मोबाईल नम्बरों से कॉल किया गया व मेरा टेलीफोनिक इन्टरव्यू लिया गया तथा बताया कि आपका कृषि सेवा केन्द्र में चयन हो गया है, जिसका ज्वाईनिंग लेटर हम आपको आपकी ई-मेल में भेज देगें तथा इन्होने लेपटॉप देने के नाम पर 16,500 रूपये बतौर सिक्योरिटी खाते में जमा कराने हेतु कहा गया, जिसके ऐवज में मैने उनके द्वारा दिये गये खाते पर उपरोक्त धनराशि जमा करा दी गयी। जब इन्होने मुझे ज्वाईनिंग लेटर नही भेजा और धनराशि की मांग की तब मुझे शक हुआ कि इन्होने मेरे साथ धोखाधड़ी कर मुझसे रूपये ठग लिये हैं।
वादिनी की सूचना पर थाना ऋषिकेश पर अज्ञांत अभियुक्तों के विरूद्ध मु0अ0सं0 441/17, धारा 420 भादवि व 66 डी आई0टी0 एक्ट पंजीकृत किया गया।
अज्ञांत मोबाईल नम्बरों की जानकारी व अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय के पर्यवेक्षण, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण महोदय व पुलिस क्षेत्राधिकारी महोदय के नेतृत्व में टीम गठित की गयी। संदिग्ध मोबाईल नम्बरों की कॉल डिटेल व बैंक खातों का विशलेषण किया गया, जिसके आधार पर संदिग्धों का कॉल सेन्टर टाईप आफिस लक्ष्मीनगर व ललिता पार्क दिल्ली में होना पाया गया। दिनांक 26.04.18 तक पुलिस टीम अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु लक्ष्मीनगर व ललिता पार्क दिल्ली रवाना हुई तथा संदिग्ध स्थान पर जानकारी हेतु मुखबिर को लगाया गया। मुखबिर ने बताया कि ललिता पार्क स्थित एक बिल्डिंग के पांचवे तल पर नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले तीन लड़को ने एक कार्यालय खोल रखा है। इस सूचना पर पुलिस टीम द्वारा बताये फ्लैट पर दबिश दी गयी तो वहां पर तीन लड़के बैठे थे, जो पुलिस देखकर घबरा गये। पुलिस टीम द्वारा सख्ती से पूछताछ की गयी तो इन्होने बताया कि हमारे द्वारा कृषि सेवा केन्द्र में नौकरी लगाने के नाम पर लोगो से सिक्यारिटी के नाम पर 1100 रूपये से 30 हजार रूपये तक फर्जी खातो में जमा कराये जाते हैं। ठगी का शिकार होने वाले कुछ दिन तक फोन करते रहते हैं परन्तु हम लोग रूपये वापस नही करते हैं। हमारे पास सिम कार्ड व बैंक खाते फर्जी होते हैं, जिस कारण कोई हमे पकड़ नही सकता है। अभियुक्तगण के पास से जो मोबाईल फोन सिम मिले उनसे ही इनके द्वारा वादिनी वन्दना को फोन कर ठगा गया था। तीनो अभियुक्तगण को उनके जुर्म से अवगत कराकर समय 12.10 बजे गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तगण को माननीय न्यायालय पेश किया जायेगा।
*अपराध करने का तरीका -* अभियुक्तगण काफी सातिर किस्म के हैं, जिनके द्वारा काफी भीड़ वाले इलाके में रहकर अपना आफिस खोला जाता हैं। इनके द्वारा फर्जी खातों व फर्जी आईडी पर सिम कार्ड खरीदे जाते हैं। इनके द्वारा इण्टरनेट के माध्यम से फर्जी नौकरी का एड पोस्ट किया जाता हैं। बेरोजगार लोग इण्टरनेट पर नौकरी देखकर ऑन लाईन आवेदन करते हैं, जिस पर इन लोगो के द्वारा इनका टेलिफोनिक इन्टरव्यू लिया जाता है व सिक्योरिटी आदि के नाम पर इनसे 1100 रूपये से लेकर 30,000 रूपये तक की मांग की जाती है। बेरोजगार व्यक्ति नौकरी मिलने की लालसा से इनके खातो में रूपये जमा करा देते हैं, जिन्हे अभियुक्तगण द्वारा तुरन्त ही निकाल दिया जाता है। इस प्रकार यह बेरोजगार लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं।
*आपराधिक इतिहास* – इनके आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।
*नाम पता अभियुक्त -*
(1) सादाब मलिक पुत्र नौसाद मलिक नि0 हिण्डन विहार कालोनी, गाजियाबाद उ0प्र0
(2) नितिन कुमार वर्मा उर्फ नितिन श्रीवास्तव पुत्र रंजन कुमार वर्मा नि0 कृष्णानगर कालोनी, थाना साहपुर कस्बा व जिला गोरखपुर हाल किरायेदार मोहित अजमानी का मकान 42/बी, गली नं0 10 सरोजनी पार्क, थाना गीता कालोनी नई दिल्ली
(3) मनीष कमलेश उर्फ कुमद राजन कमलेश पुत्र कमलेश्वर प्रसाद नि0 ग्राम जमालपुर थाना ईस्ट कालोनी जिला मुंगेर बिहार हाल किरायेदार कोण्डली थाना न्यू अशोकनगर दिल्ली
*बरामदगी* – घटना में प्रयुक्त दो मोबाईल फोन
Accer कम्पनी का नोटबुक
ठगी का हिसाब रखने के दो रजिस्टर व कृषि सेवा केन्द्र के खाली फार्म
*पुलिस टीम -*
1- श्री प्रवीण सिंह कोश्यारी, प्रभारी निरीक्षक
2- का0 655 विकास मलिक
3- का0 470 कमल जोशी
4- का0 1185 नवनीत सिंह नेगी
5- का0 823 मनोज कुमार
6- का0 665 देवेन्द्र चौधरी