शहीद केसरी चंद स्नाकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर में कोविड-19 को लेकर जागरूकता वेबीनार आयोजित
“पुलिस के द्वारा” हिंदी मैगजीन के संवाददाता इलम सिंह चौहान देहरादून उत्तराखंड
*शहीद केसरी चंद राजकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर में कोविड-19 विषय पर ऑनलाइन वेबीनार आयोजित*
उत्तराखंड राज्य केविकासनगर, 10 अगस्त। वीर शहीद केसरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर की राजनीति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ राजकुमारी भंडारी चौहान द्वारा कोविड 19 विषय पर रविवार को एक वेबीनार का आयोजन किया गया।
जिसमें छात्र एवं छात्राओं को इस महामारी से लड़ने के लिए जागरूक किया गया। कोविड 19 की जागरुकता को लेकर वेबिनार में शामिल हुए विषय विशेषज्ञों ने छात्र एवं छात्राओं की समस्याओं का समाधान किया।
ऑनलाइन हुई इस वेबीनार में छात्रों को जागरूक करते हुए देहरादून की मनोचिकित्सक डॉ प्रतिभा शर्मा ने कहा कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सतर्कता सुरक्षा एवं सामाजिक दूरी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने छात्रों को जागरूक करते हुए कहा है कि मास्क एवं ग्लब्स के साथ हमको जीना सीखना होगा।
डीएवी पीजी कॉलेज से शामिल हुई एसोसिएट प्रोफेसर एवं मनोविज्ञानी डॉ रश्मि रावत त्यागी ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार ने जागरूकता अभियान एक निश्चित समय तक चलाया है, अब स्वयं को जागरूक करके हमें इस लड़ाई को जीतना होगा। छात्रों को मानसिक रूप से हर समस्या के समाधान के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है। उन्होंने छात्रों के कोरोना वायरस से संबंधित एवं पठन-पाठन से संबंधित विभिन्न प्रश्नों के उत्तर भी दिए। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से डरने की नहीं बल्कि लड़ने की आवश्यकता हैl
छात्र-छात्राओं के प्रश्नों के उत्तर देते हुए बागपत से शामिल हुए एसोसिएट प्रोफेसर डॉ राम शर्मा ने कहा कि इस समय महाविद्यालय में एकत्रित होकर अध्ययन कराना संभव नहीं होगा। समय का सदुपयोग करते हुए ऑनलाइन कक्षा का संचालन ही इस समस्या का समाधान है। इस समय सभी छात्र एवं छात्राओं को धैर्यता का परिचय देते हुए, पुनः अपनी प्रकृति की ओर लौटना होगा। तभी इस लड़ाई को हम जीत सकते हैं।
ऑनलाइन हुए इस सेमिनार में डॉ रमेश कुमार, सेमिनार के ऑर्गेनाइजिंग कमिटी की डॉo संगीता कैंतुरा एवं डॉ माधुरी रावत ने भी अपने वक्तव्य इस सेमिनार में रखे एवम् छात्र/छात्राओं के अनेक प्रश्नों के उत्तर भी दिए।
वेबीनार की समन्वयक डॉ राजकुमारी भंडारी चौहान ने कहा है कि छात्रों को जागरूकता की दृष्टि से एवं ऑनलाइन अध्ययन कराने की दृष्टि से तथा तमाम समस्याओं के समाधान के लिए इस प्रकार के सेमिनार को आयोजन करना आवश्यक है। जिन मानसिक परिस्थितियों से युवा पीढ़ी आज रूबरू हो रही है उसका समाधान आवश्यक है। इस वेबीनार में उत्तराखंड के देहरादून एवं टिहरी जिले के छात्रों ने प्रतिभाग किया।