24 अगस्त 2023 ।विषय: डाकपत्थर महाविद्यालय भी साक्षी बना चंद्रयान 3 का । वी शहीद केसरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर देहरादून में दिनांक 23 अगस्त 2023 को प्राचार्य प्रोफेसर डॉक्टर जी आर सेमवाल के दिशा निर्देशन में वनस्पति विज्ञान विभाग की विभाग प्रभारी डॉ राखी डिमरी के नेतृत्व में सजीव प्रसारण की व्यवस्था
देख रहे डॉ आर पी बडोनी, डॉ रुचि बहुखंडी एवं अभिषेक गौड के सहयोग से महाविद्यालय परिवार 6:04 में चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग का साक्षी बना डॉक्टर डिमरी ने समस्त कार्मिक वर्ग व छात्र-छात्राओं को देश की उन्नति में मिल का पत्थर साबित होने वाले पल चंद्रयान-3 की लैंडिंग को अपने-अपने स्थानों से देखने के लिए प्रेरित किया।
महाविद्यालय प्राचार्य द्वारा चंद्रयान-3 की उपलब्धि बताते हुए बताया गया कि ज्ञान अपनी यात्रा के 41 दिन बाद चंद्रमा पर पहुंचा। चंद्रयान का कैलेंडर विक्रम से जो रोवर चंद्रमा को अध्ययन करने पहुंच उसका नाम संस्कृत भाषा से लेते हुए प्रज्ञान रोवर रखा गया यह प्रज्ञान रोवर 1 सेमी पर सेकंड के हिसाब से चल रहा है उपलब्धि के रूप में राष्ट्रीय ध्वज का प्रतीक चिन्ह प्रज्ञान रोवर के पहिए में स्थापित किया गया है जिससे रोवर के चलते ही प्रतीक चिन्ह चंद्रमा की सतह पर दिख जाएं दक्षिणी ध्रुव में उतारने वाला भारत पहला देश बन गया है इसरो वैज्ञानिकों के आधार पर चंद्रमा पृथ्वी के नजदीक होने के कारण बेस कैंप की भूमिका के रूप में होगा जिससे सोलर सिस्टम का और अध्ययन करने का अवसर प्राप्त होगा। सफल लैंडिंग के बाद भारत,अमेरिका, रूस और चीन के बाद चौथा देश बन गया है, जो महाशक्ति के रूप ने जाना जाएगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक वर्ग में डॉ रोशन केस्टवाल, श्रीमती पूजा, डॉ दीप्ति, डॉ माधुरी, डॉ सीमा, डॉ पूजा पालीवाल, डॉ के के बंगवाल, डॉ सुनील, डॉ हरीश, डॉ परवेज, जनार्दन, कर्मचारी वर्ग में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी मनमोहन, श्रीमती शीतल, राजेश, व बी एड छात्र छात्रायें उपस्थित रहे।