मसूरी इंटर नेशनल स्कूल का वार्षिक पुरस्कार वितरण सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ आयोजित।
मसूरी। मसूरी इंटरनेशनल स्कूल का वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह कार्यक्रम भव्यता के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रोचार के साथ मुख्य अतिथि प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार भारत सरकार डॉ. शैलजा विद्या गुप्ता ने दीप प्रज्वलित कर किया। वहीं उनका स्वागत पुष्पगुच्छ देखकर विद्यालय की प्रधानाचार्या मीता शर्मा ने किया।
इस मोके पर छात्राओं ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम में स्कूल की प्रधानाचार्य मीता शर्मा ने स्कूल का शैक्षणिक वर्ष 2022-2023 वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह कार्यक्रम का विधिवत शुभारभ किया। इस मौके पर छात्राओं के द्वारा मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर अपनी कला प्रतिभा का प्रदर्शन किया। जिसे देख दर्शक भाव विभोर हो गये। इस मौके पर शिव नृत्य व लास्य नृत्य की शानदार प्रस्तुति की गई। मुख्य अतिथि डा. शैलजा विद्या गुप्ता ने छात्राओं के साथ अपनी दृष्टि साझा करते हुए स्कूल की प्रधानाचार्य व शिक्षकों की सराहना की जिनकी कड़ी मेहनत व छात्राओं की लगन से विद्यालय में शिक्षा के साथ साथ विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर छात्राओं का चहुंमुखी विकास करने के साथ ही उनमें नेतृत्व विकास किया जा रहा है। कार्यक्रम में वार्षिक पुरस्कार वितरित किए गये। जिसमें ओलंपियाड में 35 स्वर्ण पदक, 90 कांस्य पदक के साथ युवा लोगों के लिए अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार, अकादमिक उत्कृष्टता के लिए प्रिंसिपल कप और कई अन्य सह-शैक्षिक श्रेणियों के लिए छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। विद्यालय की छात्राओं मे कार्यक्रम को लेकर जोश देखने योग्य था। गर्वित माता-पिता इस क्षण को देखकर गौरवानित हो रहे थे । विद्यालय की रावल ट्रॉफी लक्ष्मी हाउस को सर्वाेत्तम अंक के साथ प्रदान की गयी। सर्विंग ट्रॉपी पर संतोषी सदन ने कब्जा किया। सर्वाेत्तम कदम ताल में लक्ष्मी सदन ने बाजी मारी। अधिकतर अकादमिक पुरस्कारों पर लक्ष्मी सदन का वर्चस्व रहा है। लक्ष्मी सदन की छात्राओं का जोश देखने लायक था। विद्यालय की स्पोट्र्स ट्रॉफी गायत्री सदन को प्राप्त हुई। आयोजन का सबसे मोहक हिस्सा पीवाईपी ग्रेड द्वारा प्राथमिक वर्ष की कार्यक्रम प्रदर्शनी थी। 5 विषय पर- ग्रह साझा करना समारोह का आकर्षण का केंद्र बिदु रहा। आयोजित मुख्य कार्यक्रमों के अलावा संगीत, नृत्य प्रदर्शन और आर्केस्ट्रा कार्यक्रम मुख्य आकर्षण थे जिसने दर्शकों को बांधे रखा और अंत तक कार्यक्रम में बने रहे। विद्यालय स्कूल बैंड ने भी खूब धूम मचाई। ढोल की थाप पर परिसर को जीवंत और आनंदमय बना दिया।