तेजतर्रार कार्यशैली व मृदुल स्वभाव के लिए पहचाने जाने वाले स्पेशल टास्क फोर्स के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल को एसटीएफ देहरादून से स्थानांतरण होने पर एसटीएफ कार्यालय पर विदाई समारोह आयोजित कर आयुष अग्रवाल को एसटीएफ के अधिकारियों और कर्मचारियों ने सम्मानपूर्वक भावभीनी विदाई दी।
5 नवंबर 2022 को आयुष अग्रवाल द्वारा एसटीएफ की कमान संभालने के उपरांत तब से लेकर अब तक उनका कार्यकाल कई शानदार उपलब्धियां से परिपूर्ण रहा। आयुष अग्रवाल द्वारा तकनीकी क्षमता के उपयोग के साथ-साथ एसटीएफ की मैनुअल पुलिसिंग पर विशेष जोर रहा और इसी ठोस एवं सटीक रणनीति के परिणाम स्वरुप उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा उनके कार्यकाल में 27 लाख 83 हजार रुपये के 83 नामी दुर्दान्त एवं शातिर अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया, साइबर अपराधों का पर्दाफाश हुआ, और राज्य की कई बड़ी आपराधिक गतिविधियों को विफल किया गया। आयुष अग्रवाल के कार्यकाल के दौरान एसटीएफ ने 83 दुर्दांत और शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा, जिनमें से 2 लाख रुपये व 1 लाख रुपये की इनामी राशि के 8 अपराधियों की गिरफ्तारी महत्वपूर्ण उपलब्धि रही। जिसमें कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी के खिलाफ की गई कार्रवाई प्रमुख थी साथ ही फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट के अंतर्गत व्हाइट कॉलर अपराधियों के विरुद्ध भी ठोस कार्यवाही की गई । समाचार पत्रों में प्रकाशित होने वाले लुभावने लोन व मोबाइल टावर लगाने के विज्ञापनों की धोखाधड़ी के लिए प्रयुक्त होने वाले 231 मोबाइल नंबरों के साथ वित्तीय गतिविधियों में शामिल 269 कंपनियों के संबंध में कार्यवाही की गई और 76 फर्जी वेबसाइट्स को बंद करवाया गया जो चार धाम हेली सेवा के नाम पर धोखाधड़ी कर रही थी। उनके कार्यकाल में साइबर अपराधियों पर शिकंजा करते हुए 190 साइबर अपराधियों को अलग-अलग राज्यों से पड़कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया और कई साइबर फ्रॉड करने वाले कॉल सेंटर के खिलाफ भी कार्यवाही की गई तथा 2 लाख साइबर फ्रॉड के मामलों का निस्तारण भी किया गया। उत्तराखंड में होने वाली भिन्न-भिन्न परीक्षाओं में हो रही धांधलियों का पर्दाफाश भी उन्हीं के कार्यकाल में किया गया जिसमें वन दरोगा ऑनलाइन भर्ती परीक्षा, फोरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा, वन्य जीव संस्थान देहरादून में मल्टी टास्किंग स्टाफ की परीक्षा, भारतीय युवा खेलकूद परिषद में फर्जी भर्ती परीक्षा और आईलेट्स की परीक्षा में हुई धांधली शामिल हैं। इसमें शामिल अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की गई। यूकेएसएसएससी (उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग) भर्ती घोटाले में संलिप्त 10 अपराधियों की 19 करोड़ 78 लाख 41 हजार रुपये की संपत्ति को कुर्क किया गया। उत्तराखंड को नशामुक्त करने दिशा में भी आयुष अग्रवाल के नेतृत्व में एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने 106 बड़े नशा तस्करों को गिरफ्तार करते हुए करीब 28 करोड़ रुपये अनुमानित मूल्य की ड्रग्स, स्मैक, चरस, गांजा, अफीम, एमडी, और नशीले इंजेक्शन आदि बरामद किए। बता दें कि आयुष अग्रवाल का स्थानांतरण टिहरी जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर हुआ है। उनके नेतृत्व में एसटीएफ द्वाराअपराधियों के विरुद्ध की गई कार्यवाहियां राज्य की कानून व्यवस्था में एक मील का पत्थर साबित होगी। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक चन्द्र मोहन सिंह, पुलिस उपाधीक्षक आर०बी० चमोला एवं एसटीएफ की विभिन्न यूनिटों के निरीक्षक, उप निरीक्षक व सभी कर्मचारीगण उपस्थित रहे।