जार्ज एवरेस्ट टेडर प्रक्रिया का विरोध, ज्ञापन देकर अधिकारियों की जांच की मांग की।
मसूरी। मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव व पर्यटन मंत्री को एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन देकर सर जार्ज एवरेस्ट हाउस के संचालन के लिए टेंडर प्रक्रिया का विरोध किया व कहा कि इसमें सुधार करने के बाद टेंडर किए जायें ताकि पर्यटन को बढावा देने में परेशानी न हो वहीं ज्ञापन में टेंडर प्रक्रिया में उच्चाधिकारियों की भूमिका की जांच की मांग की है। उत्तराखंड टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड ने सर जार्ज एवरेस्ट के संचालन के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की है जिसमें बहुत खामियां है तथा इसमें भ्रष्टाचार की आशंका नजर आ रही है। जिस पर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री सहित पर्यटन मंत्री व मुख्य सचिव को ज्ञापन देकर टेंडर प्रक्रिया में सुधार की मांग की है। ज्ञापन में अवगत कराया गया कि टेंडर प्रक्रिया चुनिंदा व्यक्तियों व चहेते ठेकेदारों को लेकर बनाई गई है। टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी है, टेंडर प्रक्रिया का विज्ञापन प्रकाशित नहीं किया गया, टेंडर प्रक्रिया को कठिन बनाया गया जिससे की कम से कम व्यक्ति इसमें भाग ले सकें और कुछ चुनिंदा और मनपसंद व्यक्तियों को ही इसमें भाग लेने का अवसर मिले, टेंडर प्रक्रिया में सिर्फ साहसिक खेल और एयर स्पोट्र्स के संचालकों को टेंडर में भाग लेने की अनुमति है जो की सरासर गलत है, टेंडर प्रक्रिया में सिर्फ साहसिक खेलों पर ज़ोर देना दर्शाता है कि विभाग द्वारा निष्पक्ष टेंडर नहीं बनाया गया और सारा टेंडर किसी व्यक्ति विशेष को कार्य देने के लिए है, टेंडर प्रक्रिया में मूल रूप से सिर्फ साहसिक खेल और ऐरो स्पोट्र्स के संचालक ही भाग ले सकते हैं जबकि विश्व प्रसिद्ध जॉर्ज एवेरेस्ट साइट पर म्यूजियम, रेस्टोरेंट, कैफ़े, गार्डन, पर्यटक निवास हट, पार्किंग आदि भी है, म्यूजियम ,ऑब्जर्वेटरी, रेस्टोरेंट , कैफ़े, गार्डन, पर्यटक निवास हट, पार्किंग आदि जैसी सुविधाएं हैं जिसे कोई साहसिक खेल और ऐरो स्पोट्र्स का संचालक नहीं कर सकता जिससे जाहिर है कि टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी है। म्यूजियम और ऑब्जर्वेटरी एक बहुत बड़ा पर्यटको आकर्षित करने का केंद्र है और एक बड़ी जिम्मेदारी इतिहास के साथ, विभाग ने बिना सोचे समझे इस म्यूजियम को जिस पर करोड़ों रुपया का खर्च किया गया है उसको साहसिक खेलों में सम्मलित कर दिया, पार्किंग का सं्चालन एक अलग क्रिया है परन्तु इस सुविधा को भी ऐरो स्पोट्र्स के अंतर्गत शामिल कर दिया जो गलत है, पाथवे और गार्डन जो कई एकड़ में फैला है, उनके लिए बाग़बानी की आवश्यकता है और इसके लिए लैंडस्केप विशेषज्ञ की जरुरत है परन्तु व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए इस बात को भी दर किनार कर दिया गया। टेंडर में कहीं पर भी पर्यटकों की सुविधा जैसे जगह जगह पर विश्राम गृह, शौचालय, बेंच, कुर्सी, हवा घर, व्हीलचेयर, सुविधा, फस्र्ट ऐड सुविधा आदि का जिक्र नहीं है। न ही जॉर्ज एवेरेस्ट तक पहुंचने के लिए वरिष्ठ नागरिकों के लिए गाडी की सेवा की बात नहीं की गयी है जो की गलत है, टेंडर में किसी भी स्थानीय व्यक्ति और उत्तराखंड के मूल निवासियों के लिए कोई प्राथमिकता नहीं रखी गई है जो की आश्चर्यजनक है और विभाग की इच्छा किसी व्यक्ति विशेष को जॉर्ज एवेरेस्ट पर्यटक स्थल ठेके पर देने की मंशा साफ़ दर्शाती है। ज्ञापन में मांग की गई कि सभी बिन्दुओं पर गंभीरता से विचार कर टेंडर प्रक्रिया में सुधार किया जाय व उसके बाद टेंडर किया जाय ताकि इस पर्यटक स्थल का पर्यटक आनंद ले सकें व मसूरी और उत्तराखंड को विश्व में ख्याति दिला सके। ज्ञापन देने वालों में एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल, जगजीत कुकरेजा, नागेद्र उनियाल, महिमानंद आदि थे।