मसूरी। राजकीय सेंटमेरी अस्पताल कुलड़ी को खुलवाने के संबंध में स्थानीय नागरिकों ने एसडीएम नरेश दुर्गापाल से भेंट की। व अवगत कराया कि कुलड़ी क्षेत्र का एकमात्र अस्पताल बंद कर दिया गया है जिसके कारण मामूली रोग होने पर भी लोगों सहित पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राज्य आंदोलनकारी पूरण जुयाल ने इस संबंध में एसडीएम दुर्गापाल से उनके कार्यालय में भेंट की। व अवगत कराया कि गत विधानसभा चुनाव में स्थानीय लोगों ने अस्पताल न खुलने पर मतदान के बहिष्कार की घोषणा की थी तब एसडीएम ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि चुनाव के बाद वह इस संबंध में स्थानीय लोगों से वार्ता करेंगे। तब एसडीएम के आश्वासन के बाद स्थानीय लोगों ने मतदान में हिस्सा लिया था। स्थानीय निवासी लक्ष्मी पाठक ने कहा कि यह मालरोड व शहर के मुख्य केंद्र का अस्पताल है लेकिन यहां से इसे उप जिलाचिकित्सालय में समायोजित कर दिया जिसके कारण अब पर्यटकों व स्थानीय लोगों को मामूली रोग पर भी उप जिलाचिकित्सालय जाने को मजबूर होना पड़ता है। वहीं किसी गंभीर रोग व दुर्घटना के समय रोगी को उप जिलाचिकित्सलय ले जाना आसान नहीं होता व जाम से जूझना पड़ता है ऐसे में किसी की जान भी जा सकती है। एसडीएम से मुलाकात करने गये पूरण जुयाल ने एसडीएम से सेंटमेरी में ओपीडी खोलने की मांग की। इस पर एसडीएम दुर्गापाल ने उप जिला चिकित्सालय के सीएमएस डा. यतेंद्र सिंह को अपने कार्यालय बुलाया व इस संबंध में जानकारी ली। जिस पर डा. यतेंद्र सिंह ने बताया कि सेंटमेरी के निचले तल पर लोगों की सुविधा के लिए एक चिकित्सक को बिठाया गया है ताकि लोगों को उपचार मिल सके। उन्होंने बताया कि यहां पर डा. जावेद को तैनात किया गया है लेकिन वहां पर कोई साइन बोर्ड न होने के कारण लोगों को पता ही नहीं चलता जिस पर उन्होंने साइन बोर्ड लगाने की बात कही। वहीं बताया कि सेंटमेरी रेड क्रास के भवन में चलता था जिसे उप जिलाचिकित्सालय में मर्ज कर दिया गया है व इस भवन को रेडक्रास को सौंप दिया गया है। जिस पर इस भवन को अब रेडक्रास टीकारण केंद्र खोलने या किसी संस्था को पीपीपी मोड पर देने की कवायद चल रही है। एसडीएम नरेश दुर्गापाल ने सीएमएस यतेंद्र सिह को निर्देश दिए कि यहां पर चिकित्सक नियमित बैठे व साइन बोर्ड लगाया जाय ताकि लोगों को पता चल सके कि यहां पर चिकित्सक बैठता है। इस मौके पर पूरण जुयाल के साथ रणवीर पंवार भी मौजूद रहे।