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पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने पूर्व पालिकाध्यक्ष पर लगाये गंभीर आरोप।

पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने पूर्व पालिकाध्यक्ष पर लगाये गंभीर आरोप।

मसूरी। पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल के आरोपो पर आश्चर्य व्यक्त किया व कहा कि उन्होंने गत दस साल में क्या किया पहले वह अपने गिरेबान में झांके। उन्होंने चुनौती दी कि वह बतायें कि उनके कार्यकाल में एक भी स्थान पर पालिका की भूमि पर खोखा बना हो, उन्होंने जो भी आवंटन किया या वेंडर जोन बनाये उनकी बाकायदा शासन से अनुमति ली गई व बोर्ड में प्रस्ताव पास किए गये, अगर एक भी स्थान पर पालिका की भूमि पर कब्जा साबित करें तो वह स्तीफा दे देंगे। जबकि उन्होंने पालिका की भूमि पर होटल बनाया व माउंटरोज पर एक आवासीय परिसर पर कब्जा कर रखा है।
पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने पत्रकारों से बातचीत में पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन मल्ल पर आरोपों की झड़ी लगायी। उन्हांेने कहा कि उनके कार्यकाल में जो भी सरकारी भूमि पर कार्य किया गया उसकी बाकायदा शासन से अनुमति ली गई व उसके बाद कार्य किए गये। जबकि पूर्व पालिकाध्यक्ष ने अपने दस साल के कार्यकाल में नाले खाले पर ही ध्यान दिया। उन्होंने पालिका की जमीनों को खुर्दबुर्द किया है। उन्होंने कहा कि कंपनी बाग व एक्वेरियम 15 सालों के लिए बेचा, झूलाघर को बर्बाद करने वाले मनमोहन सिंह मल्ल है जबकि उन्होंने वहां पर वेंडर जोन बनवाया व झूला लगवाया, किंक्रेग पर एक ही भूमाफिया को 17 दुकानें आवंटित कर दी। अगर उन्हें शहर का विकास करना होता तो लंढौर में पार्किंग क्यों नहीं बनवाई, मैसानिक लॉज का चौड़ी करण क्यों नहीं किया। जहां तक शिफन कोट का सवाल है तो आज मनमोहन सिंह मल्ल उनके साथ खड़े हैं जबकि उनके कार्यकाल में ही उन्हें अवैध ठहराया गया व उन्हें नोटिस दिए गये उसके बाद ही वहां से मजदूरों को बेघर किया गया। जबकि वर्तमान बोर्ड ने शिफन कोट के आधे से अधिक मजदूरों को पालिका के रैन बसेरों, आईडीएच व अन्य स्थानों पर आवास दिए जो बचे है उनके लिए प्रयास किया जा रहा है। वहीं पालिका ने आईडीएच में जो भूमि मजदूरों के आवास के लिए दी है उसका बोर्ड में प्रस्ताव पास किया गया व उसका प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने माल रोड के कार्य की सराहना की व प्रदेश के मुख्यमंत्री व मसूरी के विधायक व मंत्री गणेश जोशी का विशेष आभार व्यक्त किया व कहा कि जब कार्य होता तो परेशानी होगी ही, लेकिन जब मालरोड बनेगी तो उसका लाभ पर्यटन व स्थानीय लोगों को मिलेगा। वहीं दूसरी ओर पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल ने वर्तमान पालिकाध्यक्ष के आरोपों को नकार दिया व कहा कि उनका जो होटल बना है उसकी रजिस्ट्री है। उन्होंने कोई भी कब्जा नहीं किया।

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