मसूरी। मसूरी देहरादून मार्ग भूस्खल न होने से बाधित, गलोगी में रोड का हिस्सा गिरा बडे वाहन बंद।
मसूरी। मसूरी देहरादून मार्ग पर कुल्हूखेत के निकट पहाड़ी गिरने से मार्ग बाधित हो गया है जिस मार्ग के दोनों और वाहनों की लंबी कतारें लग गई है वहीं स्थानीय लोगों द्वारा इसकी सूचना प्रशासन और लोक निर्माण विभाग को दी है जिसके बाद लोग निर्माण विभाग द्वारा जेसीबी मशीन लगाकर करीब आठ घंटे बाद मार्ग खोला गया।
मसूरी देहराूदन मुख्य मार्ग बंद होने से वाहनों की लंबी कतारे लग गयी, लोक निर्माण विभाग ने जेसीबी लगाकर मार्ग खोला तब जाकर वाहन निकल सके। रोड बंद होने से पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा वही स्थानीय लोगों को भी रोड बंद होने पर कई धंटे वाहनों में ही बिताने पड़े। हालांकि पुलिस प्रशासन ने लोगों को एलकेडी रोड से जाने को कहा व कुछ लोग उस मार्ग पर भी गये लेकिन रात को वहां भी पहाड़ से मलवा आने पर रोड बंद हो गया व उन्हे वापस कोल्हूखेत आना पड़ा। मसूरी को जोड़ने वाला यह मुख्य मार्ग बरसात के समय अक्सर भूस्खलन के कारण बंद हो जाता है जिससे देश-विदेश के पर्यटकों के साथ ही स्थानीय लोग भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वही दूसरी ओर गलोगी धार के पास सड़क का एक भाग टूट जाने के कारण बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है वहां पर भी रात को हाल ही मे लगाया पुश्ता बैठ गया व रोड का कुछ हिस्सा ढह गया जिससे बड़े वाहन अब इस मार्ग से नहीं जा सकते। केवल छोटे चार पहिया वाहन व स्कूटर आदि ही को जाने की अनुमति दी गई है। मौके पर मौजूद एसडीएम डा. दीपक सैनी ने कहा कि गलोगी धार में रात की बारिश से रोड का कुछ हिस्सा गिर जाने से अब केवल छोटे वाहन ही यहां से जा सकेंगे। वहंी बडे वाहन व बस आदि के लिए मार्ग फिलहाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, जिन बडे वाहनों को मसूरी आना है उन्हें एलकेडी रोड से जाने को कहा गया है। स्थानीय जनता व पर्यटकों को बसे बंद होने से एक बार फिर परेशानियों का सामना करना पडेगा। जिन स्थानीय लोगों को रोज देहरादून आना जाना पड़ता है या स्कूल के छात्र जो देहरादून में पढाई करते हैं उन्हें बसे ंन चलने से परेशानी होगी। बाक्स- मसूरी देहरादून मार्ग बंद होने से मसूरी वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। दूध सब्जी व अन्य खाद्य सामग्री के छोटे वाहन दोपहर मसूरी पहुंचे, रोड बंद होने से मसूरी वासियों को अखबार भी नसीब नहीं हो पाये। सुबह घंटो अखबार की गाडियां खडी रही व बाद में वापस लौट गई।