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सड़कों का लाभ ले रहे किराये पर स्कूटी देने वाले।


इनके लिए बाकायदा नोम्स बने हैं व उसके आधार पर ही यह स्कूटी किराये पर देने का संचालन कर सकते हैं। किसी सार्वजनिक स्थान पर यह स्कूटी खड़ी कर व्यवसाय नहीं कर सकते। स्कूटी या बाईक किराये पर देने वालों के लिए बाकायदा नियम कानून बने हैं पहले कि उनका अपना कार्यालय होगा, उनके पास जितने दुपहिया वाहन होगंे उन्हें खड़ा करने की पार्किंग होनी चाहिए उससे अधिक दुपहिया रखना भी अपराध होगा। जहां पार्किंग होगी वहां शैड बना होना चाहिए आदि अनेक नियम कानून बने हैं लेकिन मसूरी में इसे देखने वाला कोई नहीं है। जहां से इन्हें लाइसेंस मिलता है उसके पहले उन्हें सभी नियम कानूनों की पूर्ति करनी होती है। पर यहां तो मनमर्जी का राज है कोई देखने वाला नहीं है। जिसके चलते यह अवैध धंधा बेलगाम होकर चलाया जा रहा है व पुलिस तथा प्रशासन तमाशबीन हो कर देख रहा है ।