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सुभागा देवी नैथानी मेमोरियल ट्रस्ट ने शिक्षकों को सम्मानित किया।

सुभागा देवी नैथानी मेमोरियल ट्रस्ट ने शिक्षकों को सम्मानित किया।

मसूरी। सुभागा देवी नैथानी मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से कन्या पूर्व माध्यममिक विद्यालय नगर क्षेत्र व पूर्व माध्यमिक विद्यालय बालक मसूरी में शिक्षक दिवस पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। इस मौके पर पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न सर्वपल्ली डा. राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

वहीं इस मौके पर विद्यालय की प्रधानाचार्या निमेष डंगवाल ने केक काटकर शिक्षक दिवस मनाया गया।
कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय में आयोजित शिक्षक दिवस कार्यक्रम में बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल ने इस मौके पर विद्यालय सहित सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की बधाई दी व कहा कि गुरू की भूमिका ही ऐसी है जो छात्रों को शिक्षा देकर आदर्श नागरिक बनाता है। चाहे कोई भी किसी भी बडे पद पर हो उन्होंने भी शिक्षकों से शिक्षा ली होगी। उन्हांेने कहाकि शिक्षक को भगवान से भी बड़ा दर्जा दिया गया है। हालंाकि बच्चे की पहली शिक्षक माता होती है जो बच्चों में संस्कार भरती है व उसके बाद शिक्षक होता है जो उनको शिक्षा देकर उच्च पदों पर जाने का मार्ग प्रशस्त करता है। इस मौके पर सुभागा देवी मेमेारियल ट्रस्ट की अध्यक्ष विजय लक्ष्मी काला ने कहा कि कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक दिवस का कार्यक्रम इसलिए आयोजित किया गया कि यहां की प्रधानाचार्या निमेष डंगवाल बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करती रहती है, वह उन बच्चों को शिक्षित करने का प्रयास करती है जो बौद्धिक रूप से कमजोर है, गरीब है तथा बेसहारा है। उन्होंने इस मौके पर विद्यालय की सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की बधाई दी व कहा कि ट्रस्ट समाज सेवा के साथ ही गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए कार्य करता है जिसमें चंडीगढ, पौडी, देहराूदन, हरिद्वार व मसूरी में कार्य कर रही है। वहीं बच्चों को आगे बढने के लिए उनकी कैरियर काउंसलिंग भी करती है। इस मौके पर प्रधानाचार्या निमेष डंगवाल ने सुभागा देवी नैथानी मेमोरियल ट्रस्ट की अध्यक्ष विजय लक्ष्मी काला का विशेष आभार व्यक्त किया कि उन्होंने शिक्षकों को शिक्षक दिवस पर याद किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक बच्चों को पढाने के साथ ही उनका मार्ग दर्शक बनकर कार्य करता है ताकि उनके पढाये बच्चे उच्च पदों पर जायें व आदर्श नागरिक बनें। लेकिन दुःख तब होता है जब शिक्षक को पढाने के साथ ही अन्य कार्य करने पडतें है। व विद्यालयों की दशा सुधारने में पूरा सहयोग नहीं मिल पाता लेकिन उसके बाद भी शिक्षक अपने दायित्वों का निर्वहन करता है। इस मौके पर विद्यालय के शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया जिसमें निमेष डंगवाल, किरन जोशी, रानी कन्नौजिया, रश्मि मनवाल, पूर्णिमा पंवार, सहित भोजन माता दर्शनी देवी व विजय लक्ष्मी शामिल थी। कार्यक्रम में 40 बच्चों को टिफिन बाक्स, पेंसिल व अल्पाहार दिया गया। कार्यक्रम में स्मृति हरि, लबासना की डा. सान्या, फार्मासिस्ट नेहा पडियार, प्रमिला नेगी, नीलम चौहान, पुष्पा पुंडीर, नमिता कुमांई, पुष्पा पडियार, आदि मौजूद रहे।

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