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UP मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जन्मदिन पर शिक्षामित्रों ने दी बधाई, महंत ने शिक्षामित्रों की मांगों को रखा CM के आगे

उत्तर प्रदेश में शिक्षामित्रों की लड़ाई अब बहुत ही आक्रामक और निर्णायक मोड़ पर आ गई है. अपनी मांग को पूरा करने की कोशिशों में लगे आंदोलनकारी शिक्षामित्रों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन पर एक दो नहीं 10 लाख से ज्यादा बधाई संदेश दे डाले, साथ ही अपनी मांग भी रखी.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जन्मदिवस पर शिक्षामित्रों की ओर से हजार-दस हजार नहीं बल्कि 10 लाख से ज्यादा की संख्या में ट्वीट कर बधाई देते हुए अपनी मांग रखने की मुहिम स्पेशल हैशटैग के जरिए की. शिक्षामित्रों की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट कर बधाई देते हुए संकल्प पत्र का वादा भी याद दिलाया. स्थायीकरण करने की मांग भी रखी.दरअसल, शिक्षामित्रों की समस्या लेकर सत्यम दूबे और उनकी टीम के शिक्षामित्र साथी रवींद्र सिंह (रायबरेली), संतोष दुबे (औरैया), दुर्गेश मिश्रा (अयोध्या), प्रमोद मणि त्रिपाठी (देवरिया), अखिलेश उपाध्याय (बस्ती) और मीरा सिंह (गोरखपुर) ने हनुमान गढ़ी में हनुमान जी के दर्शन किए और अपना दुखड़ा महंत राजू दास से कह सुनाया. महंत जी ने अपनी ओर से हनुमान जी तक ये बात पहुंचाई. इस पहल के जरिए शिक्षामित्र सत्यम दूबे ने अयोध्या में पहली बार महंत के मार्फत बड़े दरबार में अर्जी लगाई.इस बीच शिक्षामित्रों की मुहिम का नेतृत्व अयोध्या की हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास कर रहे हैं. उनका कहना है कि कमान तो स्वयं बजरंग बली ने अपने हाथ में ले ली है. अब हनुमान जी की कृपा से राज्य सरकार और केन्द्र सरकार भी प्रभु हनुमान जी की प्रेरणा नहीं टालेंगे.महंत राजूदास महाराज ने शिक्षामित्रों की समस्या सुनी. युवाओं की कष्ट भरी आस ने उनको पिघला दिया. तत्काल महंत ने शिक्षामित्रों की समस्या का समाधान कराने का संकल्प ले लिया. इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनको अपने गोरखपुर स्थित मठ में स्वामी अवैद्यनाथ जी महाराज की पुण्यतिथि पर आमंत्रित किया. महंत राजूदास वहां गए और साथ बैठे तो शिक्षामित्रों की समस्या का मुद्दा मुख्यमंत्री योगी के समक्ष पेश कर दिया. योगी ने उनको बोला था कि यह प्रकरण उनके ध्यान में आया है. बहुत जल्द इन सभी शिक्षामित्रों को न्याय मिलेगा. महंत राजू दास ने ये भी कहा कि अब शिक्षामित्रों को आपस के सारे मतभेद भूलकर इस सक्रिय टीम के साथ एकजुटता से खड़े हो जाने जरूरत है. ऐसे अवसर बहुत कम आते है जब आप सफलता के बहुत करीब हों.

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