मसूरी की उंची पहाड़ियों में तीसरा व शहर में पहला हिमपात होने से पर्यटकों मे खुशी।
मसूरी। पहाड़ों की रानी मसूरी के उंचाई वाले इलाकों में तीसरा व शहर में पहला हिमपात होने से पूरा शहर बर्फ की सफेद चादर से ढक गया। वहीं बड़ी संख्या में पर्यटक हिमपात देखने के लिए आने से यातायात प्रभावित हो रहा है। इसी के साथ कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
पर्यटन नगरी मसूरी की उंचाई वाले स्थानों लाल टिब्बा, धनोल्टी, सुरकंडा, नागटिब्बा आदि क्षेत्रों में तीसरी बार हिमपात हो गया वहीं मसूरी के निचले इलाकों में पहली बार हिमपात होने से पूरा शहर बर्फ की सफेद चादर से ढक गया। हालांकि बर्फ पड़ने की किसी को उम्मीद नहीं थी व रात को मौसम साफ था व तारे दिख रहे थे लेकिन मध्यरात्रि के बाद आसमान में घने बादल छा गये व पहले बारिश होने के बाद प्रातः ढाई बजे के बाद हिमपात शुरू हो गया व देखते ही देखते पूरी मसूरी को बर्फ की सफेद चादर ने अपने आगोश में ले लिया। सुबह जब लोगों की आंखे खुली तो बर्फ देखकर सभी चौंक गये क्यो कि किसी को भी बर्फ पड़ने की कोई उम्मीद नहीं थी। विशेष कर जो पर्यटक बर्फ की उम्मीद लगाये मसूरी में थे उनकी खुशी का तो कोई ठिकाना नहीं था। जैसे ही सुबह उठकर बाहर बर्फ देखी तो वह बाहर निकल आये व खुशी से झूमने लगे। मसूरी की उंची पहाडियों, लाल टिब्बा आदि क्षेत्र में करीब चार इंच बर्फ गिरी जबकि शहरी क्षेत्र में दो इंच तक बर्फ गिरी। वहीं धनोल्टी व बुरांसखंडा क्षेत्र में छह इंच से अधिक बर्फ की मोटी परत जम गई है। बर्फ गिरने का पता लगते ही बड़ी संख्या मंे पर्यटकों ने मसूरी की ओर रूख कर लिया व लाल टिब्बा, कंपनी बाग सहित बुरांसखंडा व धनोल्टी की ओर बड़ी संख्या मंे पर्यटकों के आने से क्षेत्र में खासी रौनक आ गई व पर्यटकों ने जमकर बर्फबारी का आनंद लिया। बर्फ पडने से उंचाई वाले क्षेत्रों में वाहन नहीं जा सके लेकिन बाद में सड़क से बर्फ साफ होने पर बड़ी संख्या में पर्यटक लाल टिब्बा में बर्फ देखने गये वहीं धनोल्टी व बुरांसखड़ा में भी पर्यटकों का तांता लगा रहा। बर्फ पड़ने के बाद कड़ाके की सर्दी होने से लोगों को खासी परेशानियां झेलनी पड़ रही है। वहीं दूसरी ओर बर्फ पड़ने से व्यापारियों के चेहरे भी खिल गये। दिल्ली से आये पर्यटक सुखदेव सिंह ने बताया कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उन्हें अचानक बर्फ देखने को मिलेगी। क्योंकि विगत दिन मौसम साफ था लेकिन जब सुबह उठे तो बर्फ देखकर पूरा परिवार खुशी से झूम उठा। हरियाणा से आयी पर्यटक सुजाता ने बताया कि उन्होंने पहली बार बर्फ देखी है लेकिन पड़ते हुए नहीं देखी। वह बहुत खुश है लेकिन इस बात का गम है कि उन्होंने बर्फ पड़ते हुए नहीं देखी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से उनका सपना अचानक हकीकत मंे बदल गया है उसी तरह उन्हें पूरी उम्मीद है कि वह बर्फ पड़ते हुए देखेंगी इस लिए वह एक दिन और रूक रही हैं।