होलिका अग्निहोत्र और दिव्य वैदिक पुष्पार्चन के मंत्रोच्चर से गूंज उठी मसूरी।
मसूरी। आर्यम इंटरनेशनल फ़ाउंडेशन के तत्त्वावधान में संचालित भगवान शंकर आश्रम में दो दिवसीय फाल्गुन पूर्णिमा उत्सव अत्यंत धूमधाम से प्रारम्भ हुआ। इस अवसर पर आश्रम स्थित ब्रह्मकुण्ड में दीपदान किया गया। भगवान विष्णु और महालक्ष्मी की हज़ारों पुष्पों से अर्चना की गयी। विशेष अग्निहोत्र से समस्त जगत के कल्याण हेतु कामना की गई। आर्यम पथ पर चलने का संकल्प लेते हुए आज 7 नए सदस्यों ने दीक्षा ली जबकि पूर्व दीक्षित 41 संयोगियों के लिए शक्तिपात किया गया। 22 शिष्यों को मंत्र दीक्षा प्रदान की गई।
समारोह में देश विदेश के लगभग दो सौ व्यक्तियों ने भाग लिया। आश्रम की अधिशासी प्रवक्ता माँ यामिनी श्री के अनुसार आश्रम के पूर्व निश्चित समारोह में फाल्गुन पूर्णिमा उत्सव का विशेष महत्त्व है। यह पर्व इस वर्ष भी हर्ष और उल्लास से प्रारम्भ हुआ। आर्यम इंटरनेशनल फ़ाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष और भगवान शंकर आश्रम के कुलप्रमुख प्रोफ़ेसर पुष्पेंद्र कुमार आर्यम जी के सानिध्य और आशीर्वाद के मध्य सैंकड़ों लोगों ने परमात्मा के पथ पर चलने का संकल्प दोहराया। श्री आर्यम जी महाराज ने स्पष्ट किया कि भगवान विष्णु ने इसी दिन अपने भक्त प्रह्लाद के प्राणों की रक्षा करते हुए षड्यंत्रकारी होलिका को भस्म किया था। आश्रम स्थित ब्रह्मावेदी पर विशेष अग्निहोत्र में विशिष्ट आहुतियाँ दी गई। वैदिक मंत्रोचार से पूरी घाटी गुंजायमान हो उठी। विदित हो कि पूज्य गुरुदेव वर्षभर में तीन अवसरों पर दीक्षा देते हैं और पुराने शिष्यों के लिए शक्तिपात किया जाता है। जिससे पिछले दस वर्षों में हज़ारों लोगों का कायाकल्प हो रहा है। आज जिन नए लोगों ने दीक्षा ली उनमें अभिमन्यु सैनी यमुनानगर, अशोक बरुई , सोनी बरुई कोलकाता, सविता कौशल , हरीश कौशल मोहाली, सोनिया पटेल गुजरात, संजय महाजन पुणे, रवि कुमार गुड़गाँव, नव दीक्षा के पात्र बनें जबकि अश्वनी दुबई, रवि वर्मा, रेनुबाला, किरण, हरशु शर्मा, वरशु, अर्श शर्मा, अयान, भारती लुधियाना, प्रतिभा आर्य, प्रशांत आर्य, वरुण भारद्वाज, साक्षी भारद्वाज मेरठ, सुनिल जोग़पाल,रोहित दिल्ली, रजनी पाराशर, ऋचा शर्मा जयपुर, मनदीप शर्मा अमृतसर, रूबी मुरादाबाद, सुशील शर्मा को गुरूमंत्र प्रदान किया गया। आर्यम समुदाय में दीक्षा के उपरांत सभी महिलाएँ श्री और पुरुष देव विभूषण से अलिंकृत हो जाते हैं। शक्तिपात सत्र में प्रण पाल मौर्य बरेली, अलिन्द्र, प्रीतेश, प्रविंद्र रूद्रपुर, अनिता, वरुण, दीपा, मीना,पूरण, प्राची, शुभ, दीपाली, सुनिल उपस्थित रहे। इस मौके पर वैदिक नाद संस्कृत बैंड दिल्ली के प्रमुख कमल शर्मा ने अपने समूह के साथ कर्णप्रिय मधुर भजनों की प्रस्तुतियाँ की। समारोह में देश विदेश से लगभग दो सौ व्यक्तियों ने भाग लिया जिनमें हरमीत सिंह कोहली, अविनाश सिंह अलग, महिजीत सिंह ,सुनिल कुमार आर्य, ज्योति आर्य, उत्कर्ष, मेरठ, चारू गाबा अंबाला, रुचिकाकुरुक्षेत्र, कमल भारद्वाज, चारू गाबा, दिल्ली, अभिनव ग़ाज़ियाबाद, के नाम प्रमुख हैं। आयोजन में राहुल गुप्ता, मोहित, शिवम, कल्याणी, देवेंद्र आदि का विशेष योगदान रहा।