देहरादून प्रदेश सरकार के खिलाफ राजीव भवन में धरना देते कांग्रेसी।
त्रिवेंद्र रावत रोजगार दो वरना गद्दी छोड़ दो के तहत कांग्रेस का प्रदेश व्यापी आंदोलन
प्रीतम सिंह कांग्रेस मुख्यालय में तो हरिश रावत अपने आवास पर बैठे धरने में
बेरोजगारी के खिलाफ अब निर्णायक लड़ाई-प्रीतम सिंह
देहरादून: उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वाहन पर आज प्रदेश भर के सभी ब्लॉक नगर व जिला मुख्यालयों में कांग्रेसजनों ने त्रिवेंद्र रावत रोजगार दो वरना गद्दी छोड़ दो नारे के तहत धरना दे कर राज्य सरकार की बेरोजगार व युवा विरोधी नीतियों के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया।उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में जहां प्रदेश अध्यक्ष कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठे वहीं पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत अपने ओल्ड मसूरी रोड स्थित आवास पर धरने व उपवास में बैठे।
प्रदेश मुख्यालय में पीसीसी अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बेरोजगारी के मुद्दे पर जम कर राज्य सरकार पर हमला बोला,उन्होंने कहा कि 2017 में बीजीपी ने बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा बनाते हुए राज्य के बेरोजगार नौजवानों से वायदा किया था कि उत्तराखंड में सत्ता में आने पर राज्य के तमाम विभागों में व निगमों में रिक्त पड़े पदों पर बेरोजगार युवाओं को उनकी योग्यता अनुसार भर्ती किया जाएगा किन्तु आज पौने चार सालों में राज्य के बेरोजगार नियुक्ति पाने की बात तो दूर की कौड़ी नियुक्ति के लिए विज्ञप्ति देखने को तरस गए।प्रीतम सिंह ने कहा कि राज्य में पुलिस,वन,स्वास्थ्य, शिक्षा समेत लगभग हर विभाग व सरकारी निगमोम में हज़ारों पद खाली पड़े हैं।लेकिन सरकार इन पदों के सापेक्ष भर्ती प्रक्रिया ही शुरू नहीं कर रही है।उन्होंने कहा कि पौने चार साल तक रोजगार के लिए इम्तज़ार कर रहे युवा के अंदर आज निराशा व आक्रोश व्यप्त है और अब वो इस सरकार से कोई उम्मीद नहीं रख रहा इसलिए कांग्रेस की ओर आशा भरी निगाह से राज्य का युवा बेरोजगार देख रहा है।उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी राज्य के तमाम युवा बेरोजगारों को लामबंद कर इस सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने तक अपना आंदोलन जारी रखेगी।
संचालन करते हुए उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि राज्य की त्रिवेंद्र सरकार ने प्रदेश के युवा बेरोजगारों के साथ धोखा किया है।उन्होंने कहा कि पुलिस,स्वास्थ्य,शिक्षा परिवहन समेत सभी विभागों में हज़ारों पद रिक्त पड़े हैं।लेकिन त्रिवेंद्र सरकार इन पदों पर कुंडली मार कर बैठी हुई है। जिसके कारण राज्य का बेरोजगार नौजवान पलायन के लिए मजबूर है,और पहाड़ लगातार खाली होते जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि इस कोरोना काल में राज्य के लाखों युवा जो हॉस्पिटैलिटी सैक्टर से जुड़े थे वे बेरोजगार हो गए हैं।लेकिन सरकार ने उनकी कोई सुध नहीं ली।धरने को पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण,पूर्व विधायक राजकुमार,राजेन्द्र शाह, गरिमा दसौनी,लाल चंद शर्मा,पीके अग्रवाल,कमलेश रमन,सूरत सिंह नेगी,रॉबिन त्यागी,डॉक्टर बृजेन्द्र पाल,इलियास अंसारी,डॉक्टर प्रदीप जोशी,जगदीश धीमान, डॉक्टर प्रतिमा सिंह ने भी सम्बोधित किया।धरने में विकास नेगी,राजेश चमोली,महेश जोशी,अर्जुन सोनकर, उर्मिला थापा,अनिल नेगी,मुकेश सोनकर , गौतम सोनकर,सावित्री थापा,अमीचन्द सोनकर, अनिल रावत,जितेंद्र बर्थवाल,आदर्श सूद , सौरभ ममगाईं समेत अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे।