FeaturedUttarakhand News

ईएमआरएस कालसी में हटाए गए संविदा शिक्षकों का मामला पहुंचा मुख्यमंत्री के पास

रिपोर्ट- इलम सिंह चौहान
 कालसी

एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय कालसी में हटाए गए संविदा शिक्षक – शिक्षिकाओं का मामला आखिर अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समक्ष पहुंच गया है। चकराता जनजाति क्षेत्र के अभिभावक संगठन के लोगों ने विगत पिछले एक माह से विद्यालय संचालन में चल रहे गतिरोध के चलते शुक्रवार को चकराता विधायक प्रीतम सिंह के नेतृत्व में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्तियों को लेकर चल रहे अवरोध को समाप्त करने का आग्रह किया।

जिस पर मुख्यमंत्री ने जल्द ही समस्या का समाधान निकालने का आश्वासन दिया।

बता दें कि शुक्रवार को विधालय अभिभावक संगठन व पूर्व अभिभावको ने धरने पर बैठे संविदा शिक्षकों के समर्थन में जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान एवं मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के संज्ञान में प्रकरण को लाने के बाद के बाद चकराता विधायक प्रीतम सिंह के नेतृत्व में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समक्ष पहुंचे।


मुख्यमंत्री से वार्ता में चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने विगत 5 जून से धरने पर बैठे एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय कालसी के संविदा शिक्षकों के प्रकरण के चलते विद्यालय संचालन में उत्पन्न हो रहे गतिरोध को समाप्त कर विगत 12 – 13 वर्षों से विद्यालय को समर्पित होकर अपनी सेवाएं दे रहे संविदा शिक्षकों के साथ उचित न्याय कर उनकी बहाली व नियमितीकरण का आग्रह किया।
वहीं दूसरी ओर संविदा शिक्षकों को हटाने के इस प्रकरण को लेकर जनजाति कल्याण निदेशालय एवं एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय संगठन समिति द्वारा इस प्रकरण को लेकर फिलहाल चुप्पी साध ली गई है ।
अभिभावकों का यह भी कहना है कि विगत 2 जुलाई को एडिशनल डायरेक्टर योगेंद्र सिंह रावत द्वारा धरना स्थल पर आकर जल्द ही इस प्रकरण को विद्यालय हित में हल करने का आश्वासन दिया गया था परन्तु अभी तक इसमें कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। अभिभावक संगठन ने कहा कि यदि शीघ्र अति शीघ्र विद्यालय हित में बच्चों के भविष्य को देखते हुए उनकी मांगों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया तो संपूर्ण जनजाति क्षेत्र जौनसार बावर के लोग एवं स्थानीय समस्त जन प्रतिनिधि उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन – प्रशासन की होगी।
अभिभावकों ने बताया कि जनजाति कल्याण निदेशालय में तैनात एक उच्च पदस्थ अधिकारी व्यक्तिगत स्वार्थ पूर्ति के लिए सैकड़ो बच्चों का भविष्य दांव पर पर लगाने पर उतारू है। जिससे बार-बार विद्यालय संचालन में गतिरोध पैदा हो रहा है। वहीं दूसरी ओर जब अभिभावक मुख्यमंत्री से मिलने गए थे तो उसी दौरान विद्यालय की प्राचार्य ने जिलाधिकारी देहरादून व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को अभिभावक संगठन के लोगों द्वारा अभद्रता करने व सरकारी कार्य में बाधा डालने की झूठी शिकायत कर दी। जिसका उनके पास कोई ठोस प्रमाण नहीं है । उनके द्वारा अभिभावकों पर कानून का भय दिखाकर झूठे मुकदमे में फंसाने की कोशिश की जा रही हैऔर विद्यालय के अंदर संचालित होने वाली प्रत्येक घटना को जो नियम विरुद्ध है को छुपाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि कोई भी विद्यालय के अंदर प्रवेश न कर पाए और ना ही विद्यालय के अंदर होने वाली घटनाएं उजागर हो सकें साथ ही उनके द्वारा वीक्टिम कार्ड खेलकर सरकारी मशीनरी का भी अनावश्यक दुरुपयोग कराया जा रहा है। उच्च अधिकारियों के आदेश निर्देश के क्रम में उप जिलाधिकारी कालसी योगेश मेहरा व सीओ विकासनगर भास्कर लाल शाह एवं थानाध्यक्ष कालसी वैभव गुप्ता एकलव्य विद्यालय पहुंचे और संपूर्ण घटनाक्रम की जानकारी लेकर अतिरिक्त पुलिस फोर्स को तैनात किया गया। मामले को लेकर मीडिया द्वारा जब उप – जिलाधिकारी कालसी योगेश मेहरा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि विद्यालय परिसर के बाहर संविदा शिक्षक धरने पर बैठे हैं धरना शांतिपूर्वक चल रहा है जनजाति कल्याण निदेशालय स्तर के अधिकारी भी करने आए थे। उसके बाद धरना स्थल पर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन को भी तैनात किया गया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button