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उत्तराखंड, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंत्रियों को बाटे विभाग किसको मिला कौन सा मंत्रालय

उत्तराखंड देहरादून मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के शपथ ग्रहण के  बाद अपने मंत्रिमंडल सदस्यों के विभागों का बंटवारा मंगलवार को देर रात कर दिया। मुख्यमंत्री धामी ने खुद के पास महत्वपूर्ण गृह, कार्मिक, ऊर्जा, औद्योगिक विकास व खनन, आबकारी समेत 23 विभाग रखे हैं। मंत्रियों में सबसे भारी भरकम विभाग कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को दिए हैं। मंगलवार देर रात भाजपा हाईकमान के ग्रीन सिग्नल के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने पोर्ट फोलियो गोपन विभाग के मार्फत राजभवन को मंजूरी के लिए भिजवाई। कुछ ही देर बाद राजभवन से मंजूरी मिलने के बाद मुख्य सचिव एसएस संधु के हस्ताक्षर से यह आदेश किए गए।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपने ये विभाग रखे. पास कार्मिक एवं अखिल भारतीय सेवाओं संस्थापना विषयक कार्य, जनसेवा सतर्कता, सुराज, भ्रष्ट्राचार उन्मूलन एवं जनसेवए सचिवालय प्रशासनए सामान्य प्रशासन, नियोजन, राज्य सम्पत्तिए सूचना गृह, कारागार, नागरिक सुरक्षा एवं होमगार्ड एवं अर्द्ध सैनिक कल्याण, राजस्व, औद्योगिक विकास एवं खननए औद्योगिक विकास, श्रमए सूचना प्रौद्योगिकीए विज्ञान प्रौद्योगिकी, पेयजल, ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जाए आयुष, आबकारी, न्याय, आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास, नागरिक उड्डयन और पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन।

सतपाल महाराजः लोक निर्माण विभाग, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, संस्कृतिए धर्मस्व, पर्यटन, जलागम प्रबंधन और सिंचाई एवं लघु सिंचाई।
डॉ. धन सिंह रावतः विद्यालयी शिक्षा ;बेसिक और माध्यमिक, संस्कृत शिक्षाए सहकारिताए उच्च शिक्षा और चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा।
प्रेमचंद अग्रवालः वित्तए वाणिज्य कर, स्टाम्प एवं निबंधनए शहरी विकासए आवास, विधायी एवं संसदीय कार्य, पुनगर्ठन और जनगणना।
गणेश जोशीः कृषि, कृषि शिक्षा, कृषि विपणन, उद्यान एवं कृषि प्रसंस्करण, उद्यान एवं फलोद्ययोग, रेशम विकासए जैव प्रौद्योगिकी, सैनिक कल्याण और ग्राम्य विकास।
सुबोध उनियालः वनए भाषा, निर्वाचन और तकनीकी शिक्षा।
रेखा आर्याः महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता, मामले, खेल और युवा कल्याण।
चंदन रामदासः समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याणए परिवहन, लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम और खादी एवं ग्रामोद्योग

सौरभ बहुगुणाः पशु पालन, दुग्ध विकासए मत्स्य पालन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, प्रोटोकॉल और कौशन विकास एवं सेवायोजना

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