अब्दुल शकूर हत्याकांड में वांछित चल रहे अभियुक्त को पुलिस ने बड़ी मशक्कत के साथ किया गिरफ्तार
पुलिस के द्वारा हिन्दी मैगजीन के मिडिया प्रभारी नरेन्द्र कुमार राठौर देहरादून उत्तराखंड
*थाना प्रेमनगर, देहरादून*
*थाना प्रेमनगर क्षेत्रान्तर्गत घटित अब्दुल शकूर हत्याकांड में वांछित 01 अभियुक्त गिरफ्तार*
दिनाँक 28 अगस्त 2019 को थाना प्रेमनगर क्षेत्रान्तर्गत घटित अब्दुल शकूर हत्याकांड का खुलासा करते हुए थाना प्रेमनगर पुलिस द्वारा पूर्व में घटना में सम्मिलित 06 अभियुक्तों 1- फारिस ममनून पुत्र अब्दुल्ला अबुलन, 2- अरविन्द सी0 पुत्र रविन्द्रन सी0, 3- अंसिफ पुत्र शौकत अली पी0, 4- सुफेल मुख्तार पुत्र मौ0 अली, 5- आफताब मौहम्मद पुत्र सादिक पी0 सभी निवासीगण केरल को दिनाँक: 29-08-2019 को रूडकी से तथा मुख्य अभियुक्त 6- मौ0 आशिक पुत्र अब्दुल सत्तार, निवासी- मंजेरी, थाना मंजेरी, जिला मल्लापुरम, केरल, आयु 23 वर्ष, को प्रेमनगर क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था तथा घटना में सम्मिलित अन्य 04 अभियुक्तों 1- अरशद 2- मो0 यासीन 3- रिहाब 4- मुनीफ सभी निवासीगण केरल की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम द्वारा लगातार सभी सम्भावित स्थलों पर दबिशें दी जा रही थी। दिनाँक: 01-11-2019 को थानाध्यक्ष प्रेमनगर को जरिये मुखबिर सूचना मिली कि शकूर हत्याकांड में वांछित अभियुक्त मो0 यासीन, जो बी0एफ0आई0टी0 का छात्र था, देहरादून आया है तथा कोर्ट में सरेण्डर करने की फिराक में है। जिस पर पुलिस टीम द्वारा दिनाँक 01/11/19 की रात्रि में अभियुक्त यासीन को मुखबिर की सूचना पर प्रेमनगर क्षेत्रान्तर्गत सुद्धोवाला चौक से बी0एफ0आई0टी0 की ओर नेट नेस्ट हॉस्टल के पास से गिरफ्तार किया गया। जिसे आज मा0 न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा।
*नाम/पता गिरफ्तार अभियुक्त:*
1- मोहम्मद यासीन पुत्र कुट्टी मोहम्मद निवासी समीरा मंजिल, पो0- कारकुन्न, थाना मंजेरी, जिला मल्लापुरम, केरला, उम्र 21 वर्ष।
*पूछताछ का विवरण:*
पूछताछ में अभियुक्त मोहम्मद यासीन द्वारा बताया गया कि मैं मूल रूप से केरला का रहने वाला हु तथा देहरादून में बीएफआईटी में एम0बी0ए0 प्रथम वर्ष का छात्र था, मैं आशिक मेरे गांव का रहने वाला था जिस कारण उससे मेरी अच्छी जान पहचान थी। माह अगस्त में आशिक ने मुझसे संपर्क कर मुझे बताया कि वह अपने कुछ साथी तथा बिटकॉइन कंपनी चलाने वाले अब्दुल शकूर को लेकर देहरादून आ रहा है और कुछ दिन यही रुकेगा। उसके बाद दिनांक 12/08/19 को आशिक अपने साथी अरशद, मुनिफ़, रिहाब के साथ अब्दुल शकूर को लेकर मांडूवाला सुद्धोवाला में मेरे कमरे पर आ गया, कुछ दिनों बाद उन्होंने मांडूवाला रोड पर स्थित पंकज उनियाल का मकान किराए पर ले लिया। दिनांक 23/08/19 को आशिक के कुछ अन्य साथी आफताब, फारिस, अंशीब, सुफैल व अरविंद भी दिल्ली से देहरादून आ गए, इन सभी लोगों ने अब्दुल शकूर से अपने पैसे लेने थे जिस कारण सभी लोग शकूर को प्रताड़ित करते हुए यातनाएं देने लगे। हम सभी की योजना थी कि शकूर से उसके कंपनी का पासवर्ड प्राप्त कर उसके अकाउंट में बचे बिटकॉइन लेकर आपस में बांट लेंगे, किंतु शकूर ने अपना पासवर्ड हम में से किसी को नहीं बताया। दिनांक 28/08/19 को जब शकूर बेहोश हो गया तो मैं, आसिफ, अरशद, और अंशीब के साथ क्रेटा कार से उसे अस्पताल ले गया, इस दौरान कार मैं ही चला रहा था। मैक्स अस्पताल में डॉ0 द्वारा शकूर को मृत घोषित करने के बाद हम सभी वहां से भाग गए, उसके पश्चात हम सभी अलग-अलग वाहनों से मसूरी पहुंचे तथा कुछ समय वहां रुकने के बाद वहां से बस के जरिए आईएसबीटी देहरादून आए। आईएसबीटी से आशिक, अरशद, मुनिब और रिहाब टैक्सी पकड़कर हिमांचल चले गए तथा अरविंद, आफताब, अंशिब, फारिस और सुफैल बस में बैठकर रुड़की के रास्ते दिल्ली रवाना हो गये। मैं वापस अपने कमरे मंडुवाला प्रेम नगर में आया और जरूरी कागजात व कपड़े आदि लेकर अगले दिन केरला चला गया। मैं काफी डरा हुआ था और पुलिस से बचने के लिए मैं केरल में ना रहकर बेंगलुरु में रह रहा था। जब पुलिस द्वारा मेरे घर में दबिश दी गई तो मेरे घरवाले काफी डर गए, उनके कहने पर मैं देहरादून में कोर्ट में सरेंडर होने के लिए आया था। मैं एक-दो दिन में कोर्ट में सरेंडर करने वाला था, परंतु इसी बीच पुलिस ने मुझे पकड़ लिया।
*पुलिस टीम:-*
1- उ0नि0 धर्मेन्द्र सिंह रौतेला, थानाध्यक्ष प्रेमनगर।
2- कां0 मुस्तफा जैदी
3- कां0 मदन पवार