देहरादून पुलिस विभाग कि और से सीटी पैट्रोल कार डायल 112 चलाई जा रही है। जिससे कि कोई भी पीड़ित 112 पर डायल करे तो जल्दी से जल्दी पुलिस मौके पर पहुंचे जाये।लेकिन इससे किसी पीड़ित को अभी तक कोई हेल्प नहीं मिली ये गाड़ी सिर्फ शहर मे घूमने के लिए है।
और ये नo सिर्फ डायल करने के लिए है,हेल्प के लिए नहीं,हमारे कहने का मतलब है की इस नo पर आप फोन करेंगे तो सही और रिसीव भी होगा लेकिन पीड़ित को हेल्प नहीं मिलेगी ऐसा वाक्या एक दो बार नहीं जरूरत पढ़ने पर जब पीड़ित फोन करता है
तो पुलिस कि कोई मदद नहीं मिलती है। और ना ही मौके पर पुलिस पहुंचती है। ऐसा कई बार देखा गया है की फोन करने पर भी मदद नहीं मिलती।ऐसा ही एक वाक्या आज डालन वाला के बलबीर रोड़ पर देखने को मिला जहाँ एक युवक ने एक महिला के घर मे घुस कर गली-ग्लोच करते हुए महिला के घर मे पत्थराव करते हुए खिड़की तोड़ी और उसके बाद मौके पर महिला की नई एक्टिवा के शीशे भी तोड़ दिए। पीड़ित महिला ने बताया की सिटी पैट्रोल कार डायल 112 पर तीन बार फोन किया मगर 3 घंटे बीत जाने पर भी पुलिस नहीं पहुंची और युवक जान से मरने की और देख लेने की धमकी देते हुए वहाँ से भाग गया।जिसके बाद महिला ने आराघर चौकी पहुंचकर युवक के खिलाफ लिखित तहरीर दी है। जिसमें महिला ने युवक से अपनी जान का खतरा बताया है।तहरीर के आधार पर आराघर चौकी पुलिस ने युवक को चौकी बुला लिया है। पुलिस का कहना है कि ये महिला पर निर्भर करता है वो फेंसला चाहती है।या कार्यवाही चाहती है।महिला ने बताया की युवक कचहरी मे गाड़ी पार्किंग का काम करता है,जिसका नाम राजेंद्र है।