वीर शहीद केसरीचंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर में 6 सितंबर 2024 को कार्य निष्पादन आधारित अकादमिक एवं प्रशासनिक संपरीक्षा पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ डी एस नेगी ने कहा कि समय-समय पर अकादमिक और प्रशासनिक ऑडिट करने से संस्थान को उन प्रक्रियाओं या कार्यप्रणालियों की समीक्षा करने में मदद मिलती है,
जिनका उपयोग प्रशासन और संकाय सदस्य अपने संस्थान और विभाग में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए करते हैं। महाविद्यालय के नेक समन्वयक डॉ अरविन्द कुमार अवस्थी ने कहा कि उच्च शिक्षा के भीतर चिंतन समीक्षा के लिए मान्यता सबसे अधिक दिखाई देने वाला प्रभाव रहा है। भारत में अधिकांश उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए मान्यता एजेंसियों में से एक NAAC, स्व-अध्ययन और सहकर्मी समीक्षा की प्रक्रिया के माध्यम से गुणवत्ता आश्वासन और सुधार के लिए एक नियमित, संरचित तंत्र प्रदान करता है। संस्थानों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपनी वर्तमान स्थिति के बावजूद अपने शैक्षणिक और प्रशासनिक कामकाज में निरंतर सुधार करें। कार्यक्रम संयोजक डॉ विनोद रावत ने अपने वक्तव्य में कहा कि प्रत्येक महाविद्यालय में एससी, एसटी सेल एवं वूमेन सेल एवं मेंटरशिप प्रोग्राम को प्रभावी रूप से संचालित किया जाना चाहिए। महाविद्यालय के वरिष्ठ प्रजापत डॉक्टर राधेश्याम गंगवार एवं वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मनमोहन सिंह ने भी अपने विचार रखें। इस अवसर प्रो राधेश्याम गंगवार, डॉ रोशन लाल कष्टवाल, डॉ पूजा राठौर, डॉ डी के भाटिया, डॉ विजय बहुगुणा सहित महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।